Students protest over cricket score manipulation, demand for investigation…
बिलासपुर:- सकरी महाविद्यालय के इंटर कॉलेज क्रिकेट प्रतियोगिता में विवाद ने तूल पकड़ लिया है। डीपी महाविद्यालय और यूटीडी के बीच खेले गए मैच में स्कोर गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए डीपी कॉलेज के छात्रों ने आयोजन समिति पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। छात्र रंजेश सिंह ने बताया कि मैच में यूटीडी के स्कोर को 108 से बढ़ाकर 135 कर दिया गया, जिससे उन्हें विजेता घोषित किया गया।
शिकायत के बाद जांच कमेटी बनाने की बात हुई, लेकिन 20 तारीख को शिकायत को खारिज कर दिया गया। रंजेश ने इसे अनुचित बताते हुए कहा कि यह भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाला मामला है। उन्होंने धरना प्रदर्शन की चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक उचित कार्रवाई नहीं होगी, प्रदर्शन जारी रहेगा।
भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की मांग..
डीपी कॉलेज के छात्रों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रंजेश सिंह ने कहा कि अधिकारियों ने मामले को सेटल करने के लिए मौखिक प्रस्ताव तक दिया, जिसमें विश्वविद्यालय की टीम में दो खिलाड़ियों को शामिल करने की पेशकश की गई।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह केवल एक मैच की बात नहीं है, बल्कि शुरुआत से बड़े स्तर पर हो रही गड़बड़ी का मामला है। रंजेश ने कहा कि यही खिलाड़ी भविष्य में विश्वविद्यालय और प्रदेश की टीम के लिए नामांकित होंगे, जो खेल क्षेत्र में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देगा। उन्होंने उच्च शिक्षा विभाग में शिकायत दर्ज कराने की भी बात कही।
छात्रों के प्रदर्शन पर प्रशासन की सख्ती, पुलिस बल तैनात..
डीपी लॉ महाविद्यालय के छात्र छह घंटे तक मैदान पर प्रदर्शन करते रहे। छात्रों ने न्याय की मांग करते हुए कहा कि किसी भी कीमत पर भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन की बड़ी टीम तैनात की गई। हालांकि, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया। छात्रों का कहना है कि अधिकारी घमंड में चूर हैं और छात्रों पर दोषारोपण कर रहे हैं।
खेल में निष्पक्षता की मांग..
छात्रों का कहना है कि खेल के क्षेत्र में पारदर्शिता और निष्पक्षता होनी चाहिए। रंजेश सिंह ने कहा कि यह मामला केवल डीपी महाविद्यालय बनाम यूटीडी मैच तक सीमित नहीं है, बल्कि खेल प्रशासन की खामियों और भ्रष्टाचार का बड़ा उदाहरण है।
छात्रों ने कहा कि अगर इस मामले पर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे लगातार प्रदर्शन करते रहेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उच्च अधिकारियों ने हस्तक्षेप नहीं किया, तो यह प्रदर्शन बड़े आंदोलन का रूप ले सकता है।

