By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Notification Show More
Font ResizerAa
  • बिलासपुर
  • छत्तीसगढ़
  • राजनीति
  • अंतरराष्ट्रीय
  • शिक्षा
  • वन विभाग
  • स्वास्थ्य
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • धर्म-कला-संस्कृति
  • व्यापार-उद्योग
  • खेल
  • हाईकोर्ट
  • अन्य
Reading: अपना अचानकमार दुर्लभ तितलियों का घर.. एटीआर में राष्ट्रीय तितली समेत दुर्लभ प्रजातियों की तितली का घर.. यहां की आबोहवा तितलियों की पहली पसंद..
Share
Font ResizerAa
  • बिलासपुर
  • छत्तीसगढ़
  • राजनीति
  • अंतरराष्ट्रीय
  • शिक्षा
  • वन विभाग
  • स्वास्थ्य
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • धर्म-कला-संस्कृति
  • व्यापार-उद्योग
  • खेल
  • हाईकोर्ट
  • अन्य
Search
  • बिलासपुर
  • छत्तीसगढ़
  • राजनीति
  • अंतरराष्ट्रीय
  • शिक्षा
  • वन विभाग
  • स्वास्थ्य
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • धर्म-कला-संस्कृति
  • व्यापार-उद्योग
  • खेल
  • हाईकोर्ट
  • अन्य
Have an existing account? Sign In
Follow US
> Blog > Uncategorised > अपना अचानकमार दुर्लभ तितलियों का घर.. एटीआर में राष्ट्रीय तितली समेत दुर्लभ प्रजातियों की तितली का घर.. यहां की आबोहवा तितलियों की पहली पसंद..
Uncategorisedवन विभाग

अपना अचानकमार दुर्लभ तितलियों का घर.. एटीआर में राष्ट्रीय तितली समेत दुर्लभ प्रजातियों की तितली का घर.. यहां की आबोहवा तितलियों की पहली पसंद..

Jp agrawal
Last updated: 2024/04/27 at 10:20 AM
Jp agrawal Published 27/04/2024
Share
SHARE

बिलासपुर / क्या आप जानते हैं कि भारत ने 2021 में एक राष्ट्रीय तितली चुनी है ? भारत में तितलियों की लगभग 1500 प्रजातियाँ हैं। कुछ भारतीय राज्यों ने अपने राज्य की तितलियों का नाम भी रखा है, लेकिन कुछ बरस पहले, पहली बार हुआ कि किसी राष्ट्रीय तितली का चयन किया गया है। 60,000 से अधिक वोटों के साथ, ऑरेंज ओकलीफ बटरफ्लाई (Orange oakleaf (Kallima inachus) butterfly) के लिए एक शानदार जीत थी। यह असाधारण तितली छत्तीसगढ़ राज्य के अचानकमार टाईगर रिजर्व में अपनी मौजूदगी से इस बात का प्रमाण दे रही है कि उसके अनुकूल जंगल की आबो हवा है। अचानकमार में बड़ी संख्या में मौजूद इस छद्मभेषी तितली को देखना और कुदरत के करिश्में को करीब से महसूस करना किसी अजूबे से कम नहीं होता। यह तितली (Butterfly) छलावरण में असली माहिर है। जब इसके पंख बंद हो जाते हैं तो यह रंग और आकार दोनों में एक मृत पत्ते के समान दिखाई देती है। यह शिकारियों से छिपने के साधन के रूप में इस भेस का उपयोग करती है और जब यह किसी पेड़ या पत्तों के कूड़े के बीच जमीन पर होती है, तो इसे पहचानना बेहद मुश्किल होता है। रंग में अंतर होता है और पंखों के नीचे का रहस्यमय पैटर्न एक तितली से दूसरी तितली में बहुत भिन्न होता है, जिससे शिकारियों के लिए इसे पहचानना और भी कठिन हो जाता है। इसकी नसें अक्सर गहरे रंग की होती हैं और पत्ती के केंद्रीय तने और शिराओं जैसी होती हैं। हालाँकि, इस रणनीति में एक खामी है। जब यह तितली धूप का आनंद लेने का निर्णय लेती है और अपने पंख खोलती है तो उसके ऊपरी पंखों पर अधिक चमकीले रंगों के कारण वह छिप नहीं पाती है। इसका परिणाम यह होता है कि इस प्रजाति पर नियमित रूप से, विशेषकर पक्षियों द्वारा हमला किया जाता है। कल्लिमा इनैचस (Kallima inachus) एक मजबूत उड़ने वाली और 60-90 मिमी पंखों वाली मध्यम-बड़ी तितली है। यह लैंगिक रूप से द्विरूपी है और मादा नर से बड़ी होती है, उसका रंग भिन्न होता है और अग्र शीर्ष पर एक लंबा बिंदु होता है। यह प्रजाति पॉलीफेनिक है और इसके स्वरूप में मौसमी भिन्नता होती है, गीले मौसम का रूप शुष्क मौसम के मुकाबले थोड़ा छोटा होता है। दोनों लिंग केवल कभी-कभार ही फूलों के रस के लिए जाते हैं और इसके बजाय पेड़ के रस और सड़ते फलों को अधिक प्राथमिकता देते हैं। रस खाते समय वे आमतौर पर उल्टा बैठते हैं और इससे यह भ्रम बढ़ जाता है कि वे एक मृत पत्ती हैं। इसका सामान्य नाम इस बात पर निर्भर करता है कि आप कहां हैं लेकिन इसे ऑरेंज ओक लीफ (Orange oakleaf) या डेड लीफ बटरफ्लाई कहा जाता है।

आपको बताते चलें कि वर्ष 2020 में देश में राष्ट्रीय तितली चुनने के लिए वोटिंग हुई। ऑनलाइन वोटिंग के आधार पर तितलियों की तीन शीर्ष प्रजातियों के प्रस्ताव को पर्यावरण और वन मंत्रालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया था । वर्ष 2021 में वोटिंग के आधार पर ऑरेंज ऑकलीफ (Orange oakleaf) बटरफ्लाई को भारत की राष्ट्रीय तितली घोषित किया गया । भारत में कुल 1500 प्रकार की तितलियां पाई जाती हैं। देश के तितली विशेषज्ञों के समूह ने पिछले कुछ वर्षों में जंगलों, बागों आदि स्थानों पर तितली सर्वे शुरू किया था। लॉकडाउन के दौरान राष्ट्रीय पक्षी और पुष्प की तरह राष्ट्रीय तितली चुनने का विचार आया था । देश भर से आंकड़े एकत्रित करने के बाद तितली विशेषज्ञों की टीम ने आंतरिक मतदान द्वारा सात तितलियों की अंतिम सूची तैयार की थी जिसमें से एक तितली वोटिंग के आधार पर राष्ट्रीय तितली घोषित होनी थी । तितली विशेषज्ञों ने इसमें यह ध्यान रखा कि प्रजाति न तो विलुप्त हों और न ही साधारण। जिन चयनित सात प्रजातियों के लिए वोटिंग हुई उनमें कृष्णा पीकॉक, कॉमन जेज़बेल, ऑरेंज ओकलीफ, फाइव बार स्वॉर्ड टेल, कॉमन नवाब, यलो गोर्गन और नॉर्दन जंगल क्वीन का नाम शामिल है।

छत्तीसगढ़ राज्य के अलग-अलग वन क्षेत्रों की जैव विविधता और वानस्पतिक महत्ता के अलावा वहां के जीव-जंतुओं की अपनी खासियत रही है। ऑरेंज ऑकलीफ (Orange oakleaf) बटरफ्लाई राज्य के कुछ ही वन क्षेत्रों खासकर बस्तर, सरगुजा के अलावा कवर्धा जिले के भोरमदेव वाइल्डलाइफ सेंचुरी में रिकार्ड की गई है। राज्य के वाइल्डलाइफ फोटो जर्नलिस्ट सत्यप्रकाश पांडेय की माने तो मुंगेली जिले के अचानकमार टाईगर रिजर्व क्षेत्र में ऑरेंज ओक लीफ तितली की संख्या काफी है जो यहां की प्रतिकूल जलवायु का परिणाम है ।

तितलियों की दुर्लभ और सामान्य प्रजातियों के लिए राज्य का अचानकमार टाईगर रिजर्व काफी सम्पन्न दिखाई देता है। यहां तितलियों की दुर्लभ प्रजातियों में ऑरेंज ऑकलीफ (Orange oakleaf) के अलावा कॉमन मैप, ब्लू मॉरमॉन, बैंडेड पीकॉक जैसी कई तितलियाँ शामिल हैं।

तस्वीरें । Achanakmar Tiger Reserve
Chhattisgarh
April 2024

सत्यप्रकाश पांडेय की विशेष रिपोर्ट

Jp agrawal

You Might Also Like

जल संकट और मानव-पशु संघर्ष से राहत की नई राह : उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व में सौर ऊर्जा से संवरेगा वन्यजीवन..

सड़क नहीं बनी तो ग्रामीणों ने खुद ही काट डाले पेड़, 36 लोग गिरफ्तार..

वन विभाग में बड़ी फेरबदल, कई सीसीएफ भेजे गए इधर से उधर, देखें पूरी लिस्ट..

वायरल वीडियो में भालू को कोल्ड ड्रिंक पिलाना पड़ा भारी, करण धुरी को वन विभाग ने किया गिरफ्तार.. देखें वीडियो..

हाथी की करेंट से मौत पर बड़ी कार्यवाही : दो आरोपी गिरफ्तार, बिजली विभाग की लापरवाही भी उजागर..

Jp agrawal 27/04/2024 27/04/2024
Share This Article
Facebook Twitter Email Print
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

मुख्य समाचार

ड्यूटी खत्म कर घर जा रहे आरपीएफ जवान की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत..
छत्तीसगढ़
जल संकट और मानव-पशु संघर्ष से राहत की नई राह : उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व में सौर ऊर्जा से संवरेगा वन्यजीवन..
छत्तीसगढ़ वन विभाग
सड़क नहीं बनी तो ग्रामीणों ने खुद ही काट डाले पेड़, 36 लोग गिरफ्तार..
क्राइम छत्तीसगढ़ वन विभाग
अग्रसेन जयंती 2025 : कपल लूडो से रिश्तों की रंगोली तक, बिलासपुर में अग्रवाल समाज का भव्य आयोजन..
छत्तीसगढ़ धर्म-कला-संस्कृति बिलासपुर
10 एकड़ के विशाल मुक्तिधाम की सफाई कर चमका दिया परिसर, समाजसेवी हर्ष छाबरिया की पहल को मिल रही सराहना..
छत्तीसगढ़
वन विभाग में बड़ी फेरबदल, कई सीसीएफ भेजे गए इधर से उधर, देखें पूरी लिस्ट..
छत्तीसगढ़ वन विभाग
यातायात विभाग में निकला बेहद जहरीला करैत सांप, सर्प मित्र ने किया रेस्क्यू
छत्तीसगढ़
वायरल वीडियो में भालू को कोल्ड ड्रिंक पिलाना पड़ा भारी, करण धुरी को वन विभाग ने किया गिरफ्तार.. देखें वीडियो..
क्राइम छत्तीसगढ़ वन विभाग
ड्रग्स माफियाओं पर बिलासपुर पुलिस की कार्यवाही, नशीले कारोबार से बनाई 1.20 करोड़ की बेनामी संपत्ति फ्रीज..
क्राइम छत्तीसगढ़ बिलासपुर
बिलासपुर : निकला निगम का कबाड़ घोटाला, जोन कमिश्नर पर लगा ट्रैक्टर-ट्रॉली बेचने का आरोप, पार्षद की शिकायत पर जांच के आदेश..
क्राइम छत्तीसगढ़ बिलासपुर
© Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?