
सद्भावना के आयोजन में विवाह,, बढ़ती उम्र बिखरते रिश्ते पर साहित्यकारों ने रखे विचार
दुर्ग।छत्तीसगढ़ एवम छत्तीसगढ़ी साहित्य समुदाय के गौरव शाली आदर्श स्मृति शेष डा. पालेश्वर प्रसाद शर्मा की 95 वे अवतरण दिवस की पूर्व संध्या में अरुण वोरा विधायक दुर्ग के मुख्य आतिथ्य, नेतराम अग्रवाल वरिष्ठ समाजसेवी के विशिष्ठ आतिथ्य एवम सरला शर्मा साहित्यकार की अध्यक्षता मे सदभावना विचार एवम् काव्य गोष्ठी संपन्न हुआ। कार्यक्रम संयोजक राजीव अग्रवाल ने कार्यक्रम मे उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए अपनी लेखनी में “डा पालेश्वर शर्मा व्यक्ति से व्यक्तित्व तक के” सफर को एवम “विवाह बढ़ती उम्र बिखरते रिश्ते” विषय पर अपनी लेखनी की दिशा तेज करने साहित्यकारों को आग्रह किया। मुख्य अतिथि अरुण वोरा ने सदभावना संस्था के सामाजिक एवम साहित्यिक सामंजस्य के प्रयास को प्रेरक बताया। वरिष्ठ समाजसेवी श्री नेतराम अग्रवाल ने “विवाह बढ़ती उम्र बिखरते रिश्ते” पर अपना विचार रखते हुए कहा कि विवाह की उम्र बीस से पच्चीस तक सीमित रखना अत्यंत आवश्यक है। कार्यक्रम की अध्यक्षता सरला शर्मा वरिष्ठ साहित्यकार ने अपने उद्बोधन में सभी साहित्यकारों का उत्साह वर्धन किया। अतिथियों का सम्मान अलका अग्रवाल,मधु मौर्य, प्रद्युम्न अग्रवाल, ने किया। सदभावना छत्तीसगढ़ द्वारा वरिष्ठ साहित्यकार गुलबीर भाटिया का डा पालेश्वर प्रसाद शर्मा स्मृति सदभावना सम्मान से अलंकृत किया। समस्त कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ कवि किशोर तिवारी जी ने किया। आयोजन मे संपन्न कवि सम्मेलन मे राजेंद्र मौर्य,साकेत रंजन ,विजय गुप्ता,इसराइल शाद,डा संजय दानी,संजीव तिवारी,सूची भावी,अनूप दुबे,दिनेश गुप्ता,डा नौशाद,बलदाऊ शाहू,नरेंद्र देवांगन,आशा झा,आलोक शर्मा,आलोक नारंग,सूरयकांत गुप्ता,नावेद राजा,इंद्रजीत दादर ने काव्य पाठ किया।आयोजन में मेनका, सोनिया,रचना, सुषमा अग्रवाल रवि,अजय, संजय, शशांक सहित बडी संख्या में साहित्यकार मौजूद रहे।

