
बिलासपुर। अक्षय तृतीया पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है छत्तीसगढ़ में अक्ति के नाम से प्रसिद्ध इस पर्व में गुड्डे गुड़ियों की विवाह रचाने की परंपरा है, जिसका निर्वहन भी बखूबी मंडप सजाकर और विवाह की रस्में पूरी करके की जाती है। इसे लेकर बाजार में भी जगह जगह पर सुंदर और मनमोहक गुड्डी गुड़िया दुकानें सजी नजर आई जहां लोगों ने अपनी पसंद के अनुसार मोल तोल कर गुड्डे गुड़ियों की खरीदी
की। आकर्षक सजावटों के साथ मिट्टी से बने गुड्डी गुड़िया लोगों का ध्यान सहज ही अपनी और आकर्षित किया बाजार में ₹50 से लेकर 250 रुपए तक की गुड्डी गुड़ियों की जोड़ी उपलब्ध रही। अक्षय पुण्य की प्राप्ति के इस मौके पर मंदिरों में भी दर्शनार्थियों की भीड़ जमकर उमड़ी ।इस दिन मटका दान करने की प्रथा है लिहाजा लोगों ने बाजार से मटके खरीदें और उसमें और जल से भरा पात्र मंदिरों में दान किया। इसके अलावा आम और शकरकंद की भी खरीदी की गई। इस दिन भगवान को सत्तू का प्रसाद चढ़ाने और उसे ग्रहण करने का भी विशेष महत्व है।।इस परंपरा का निर्वहन करते हुए सभी हिंदू घरों में भगवान का पूजन कर सत्तू का प्रसाद अर्पित कर उसे सहपरिवार ग्रहण किया।

