संत निरंकारी मिशन द्वारा देशभर में मेगा रक्तदान शिविर
रक्तदान से रक्तसंबंध_निरंकारी सत्गुरु माता सुदीक्षा महाराज
बिलासपुर।रक्तदान सामाजिक कारक न होकर मानवीयता का एक ऐसा दिव्य गुण है जो योगदान की भावना को दर्शाता है। ’उक्त् उद्गार निरंकारी सत्गुरु माता सुदीक्षा जी द्वारा आज ग्राउंड नं0 2 निरंकारी चौक, दिल्ली में आयोजित हुए ‘मानव एकता दिवस’ के अवसर पर विशाल जनसमूह को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये गये।
संत निरंकारी चैरिटेबलफाउंडेशन के सचिव सुन्दर श्याम जी, जोनल इंचार्ज बिलासपुर ने जानकारी देतेहुए बताया कि मानव एकता दिवस के अवसर पर बिलासपुर में 192 यूनिट रक्त एवं बिलासपुर ब्रांच के अंतगर्त जांजगीर में 89 एवं अंबिकापुर में 19 यूनिट रक्त इस प्रकार बिलासपुर में जोन में 300 युनिट रक्त संग्रहित हुए। इसके अतिरिक्त संपूर्णभारत वर्ष में भी 50,000 से अधिक युनिट रक्त संग्रहित किया गया।
सत्गुरु माता ने मानव परिवार को सम्बोधित करते हुए फरमाया कि रक्तदान निष्काम सेवा का एक ऐसा सुन्दर भाव होता है जिसमें केवल सर्वत्र के भले की कामना ही मन में होती है। फिर हृदय में यह भावना उत्पन्न नही ंहोती कि केवल हमारे सगे संबंधी या हमारा परिवार ही महत्वपूर्ण है अपितु समस्त संसार ही हमारा परिवार बन जाता है।
बता दें कि निरंकारी जगत में ‘मानव एकता दिवस’ का दिन युगप्रवर्तक बाबा गुरबचन सिंह की प्रेरणादायी सिखलाईयों को समर्पित है। इसके साथ ही सेवा के पंुज, पूर्ण समर्पित गुरु भक्त चाचा प्रताप सिंह एवं अन्य महान बलिदानी संतों को भी इस दिन स्मरण किया जाता है। ‘मानव एकता दिवस’ के अवसर पर समूचे देश के विभिन्न स्थानों पर सत्संग कार्यक्रमों के साथ विशाल रूप में रक्तदान शिविरों की श्रृखलाओं आरम्भ हो जाता है जो वर्ष भर चलता है।
रक्तदान के महत्व को बताते हुए सत्गुरु माताजी ने फरमाया कि ‘रक्त नालियों में बहे नाड़ियों में नहीं’ किरक्त देते हुए हम यह विचार नहीं करते कि हमारा रक्त किसके शरीर में जा रहा है यह तो एक सामाजिक कार्य है जो मानवीय मूल्यों को दर्शाता है जिसका एक जीवन्त उदाहरण निरंकारी राजपिताजी ने स्वयं रक्तदान कर के दिया।
इसी श्रृंखला के अंतर्गत यह महाअभियान समूचे भारतवर्ष में स्थापित संत निरंकारी मिशन की लगभग सभी ब्रांचों सहित भारत की राजधानी दिल्ली में भी बड़े स्तर पर सत्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं निरंकारी राजपिता जी के पावन सान्निध्य में आयोजित किया गया जिसमें सभी भक्तों ने इस सत्संग समारोह का भरपूर आनंद लिया और सभी रक्तदाताओं ने स्वैच्छा पूर्वक सम्मिलित होकर पूरे जोश एवं उत्साह से रक्तदान किया। रक्त संग्रहित करने वाले अस्पतालों के डॉक्टरों एवं आंगतुको नेमिशन की निःस्वार्थ भाव से की जा रही सभी सेवाओ हेतु भूरी भूरी प्रंशसा की।
लोक कल्याण की भावना से युक्त इस महाअभियान में रक्त संग्रहित करने हेतु छत्तीसगढ आर्युविज्ञान संस्थान के डा. रश्मि एवं सिम्स अस्पतालो से योग्य डॉक्टरों एवं उनकी प्रशिक्षित टीम ने वहां पहुंच कर सभी रक्तदाताओं की जाँच की और उसके उपरांत ही रक्त संग्रहित किया



