बिलासपुर। शहर के बृहस्पति बाजार में फूटपाथ पर सब्जी बेचने वाले किसानों पर निगम के अतिक्रमण दस्ता द्बारा सख्ती बरतते हुए कार्यवाही की गई । जहां चबूतरे से बाहर बैठे किसानों को सब्जी दूकान नही लगाने दिया गया। प्रशासन की सख्ती से मायुस किसान देर शाम अपने अपने घर चले गए। हालाकि निगम अमलों का कहना है यह अतिक्रमण हटाने के उद्देश्य से किया गया है। जानकारी लेने पर पता चला कि देर शाम महापौर खूद वहां गए थ्ो, जिन्होंने निगम के कर्मचारियों को फटकार लगाई जिसके बाद वहां किसानों ने अपनी दुकान लगाई।
शहर के बीचो बीच बृहस्पति बाजार में फूटपाथ पर आसपास के गांव के किसान रोज सब्जी की दुकान लगाते हैं। यहां सेंदरी, कछार, मंगला निरतु और अन्य जगहों से रोज किसान अपना दुकान लगाते हैं। उक्त स्थान पर निगम द्बारा तीन दिनों से कार्यवाही करते हुए उन्हें दुकान लगाने से मना किया जा रहा है। इससे पहले दो दिनों तक कई किसानो के सामानों को जब्त भी कर लिया गया है। किसानों के पास दुकान अथवा उचित जगह नही होने के कारण वे सालों से चबूतरे से नीचे फूटपाथ पर ही दुकान लगाते हैं। जिसे लेकर कई बार विवाद की स्थिति बन गई है। किसानों ने बताया कि चबूतरे पर बैठने वाले सब्जी व्यापारी भी नही चाहते कि वहा हमारी रोजी रोटी चल सके, व्यापारियों का मानना है उनके फूटपाथ पर बैठकर सब्जी बेचने से चबूतरे में बैठे व्यापारियों को नुकसान होता है। इसी वजह से कई बार निगम के अधिकारी कमचारियों को बुलाया जाता है।
चबूतरे पर बैठने के लेते हैं ढाई सौ रुए
तुर्काडीह की एक महिला किसान ने बताया कि बाजार में व्यापारियों द्बारा दोपहर 12 बजे तक के लिए उक्त चबूतरे को फूटकर सब्जी विक्रेता किसानों को दिया जाता है। जिसके एवज में उन्हें ढाई – तीन सौ रुपए तक देना पड़ता है। लेकीन 12 बजे व्यपारियों की सब्जी जब मंडी से आ जाती है तो उन्हें दुकान खाली करना पड़ता है। मात्र तीन से चार घंटे के लिए इतने रुपए दे पाना संभव नही हो पाता, मजबूरी वश फूटपाथ पर लगाना पड़ता है।
किसान हुए मायुस
फूटपाथ पर कई सालों से आसपास के सैकड़ो किसान सुबह से ही सब्जी दुकान लगाते हैं। तीन दिनों से चल रही कार्यवाही में दो दिनों तक तो वे निगम की गाड़ी चले जाने के बाद वे शाम छह बजे से दुकान लगा लेते थ्ो। मंगलवार को देर शाम तक गाड़ी बाजार में डटी रही और दिन भर नजर बनाए रखा। इससे मायुस होकर किसान सब्जियां लेकर घर चले गए कुछ बचे थ्ो जिन्होंने रात 8 बजे के बाद दुकान लगाया। इसके बाद बारिश भी शुरु हो गई।
पहले गण्ोश चौक में किया गया था शिफ्ट
वृहस्पतिबाजार में फूटपाथ पर सब्जी दुकान लगाने को लेकर कई बार विवाद की स्थिति बन चुकी है। हालाकि इन दुकानों के जरिये यातायात सड़क पर जाम लगने की स्थिति भी निर्मित हो जाती है। जिसे देखते हुए अतिक्रमण हटाने के नाम पर उन्हें हटाया जाता है, लेकीन उन किसानों के पास कोई दुसरा विकल्प नही होने के कारण वे वही आकर बैठ जाते हैं। कुछ समय पूर्व मंगला पार्षद द्बारा उन्हें गण्ोश चौंक में शिफ्ट किया गया था, लेकीन वहां पहले से ही बाजार लगता है, और वहां के व्यापारी भी नही चाहते कि ये किसान वहा बैठे इसीलिए वृहस्पतीबाजार ही एकमात्र विकल्प बना।
मुक्तिधाम में बना है चबूतरा
पूर्व में सरकंडा मुक्तिधाम में किसानों के लिए एक चबूतरा बनाया गया था । जहां किसानों ने दुकान लगाना शुरु कर दिया था। लेकीन शमशान घाट से सटे होने के कारण ग्राहक वहा आने से गुरेज करने लगे। इस तरह यह प्रयास भी विफल हो गया और अब वही किसान महामाया चौंक के आसपास फूटपाथ पर सब्जी बेचते नजर आते हैं जहां इन्हें आसपास के प्रतिष्ठान से चार बातें सुननी पड़ती है।
तीन दिनों से ऐसा किया जा रहा है। न मैने कोई निर्देश दिया न कोई आदेश। निगम के अधिकारी कर्मचारी मनमानी कर रहे हैं। गरीबों के साथ ऐसा नहीं होना चाहिये मैं बहूंत दुखी हूं। महापौर रामशरण यादव
चबूतरा बना है उस पर दुकान लगाना चाहिये । ऐसा कोई है जिसकी दुकाने नही है मुझसे आकर संपर्क कर सकते हैं। नगर निगम आयुक्त कुनाल दुदावत


