
बिलासपुर सेजेस लिंगियाडीह में 1 मई से 6 मई तक समर कैंप का आयोजन किया गया | पहले दिन सुबह 8: बजे प्राचार्य डॉ एम के मिश्रा के द्वारा मां सरस्वती के पूजन वंदन पश्चात समर कैंप का शुभारंभ हुआ| सर्वप्रथम शिक्षिका अलका राठौर के द्वारा योगाभ्यास करवाया गया | जिसमें सभी छात्र छात्राओं के साथ शिक्षक- शिक्षिकाओं ने भी योगाभ्यास किया|प्रसिद्ध राष्ट्रीय चित्रकार राकेश डे ने बच्चों को चित्रकारी की बारीकियां सिखाईं| एक सप्ताह के इस समर कैंप में प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक, हाई एवं हायर सेक्शन के समस्त बच्चों को मेहंदी, पेंटिंग, जुंबा, कराते ,सिलाई, संगीत, फायर लेस कुकिंग, बेस्ट ऑफ वेस्ट इत्यादि विविध प्रकार की विधाओं से अवगत कराया गया|
कराते के ब्लैक बेल्ट प्रशिक्षक ठाकुर सर के द्वारा कराते का अभ्यास कराया गया|शिक्षिका सरोजिनी ने फायर लेस कुकिंग के द्वारा बच्चों में खाना बनाने के प्रति रुचि जगाई| रंजना तिवारी ने हारमोनियम वादन सिखाया |समर कैंप के तीसरे दिन संगीत प्रशिक्षिका रश्मि वर्मा आई, जिन्होंने संगीत शब्द की सुंदर विवेचना के साथ गायन व नृत्य सिखाया|रोली सिंह ठाकुर अलका राठौर एवं निहारिका तिवारी मैडम ने बच्चों को जुंबा नृत्य सिखाया|संगीता तिवारी ने वर्ली चित्रकारी से परिचय कराया| अर्चना जोशी एवं मीनाक्षी ठाकुर ने अनुपयोगी सामान से उपयोगी चीजें बनाना सिखाया|
समापन दिवस में आशीष खंडेलवाल एवं यशवंत जोगलेकर के द्वारा प्रेरक एवं उत्साहवर्धक स्पीच दी गई |श्री जोगलेकर जी ने अलग से शिक्षक शिक्षिकाओं को भी अपनी प्रेरणादायक स्पीच से प्रेरित किया| जोगलेकर सर ने बताया कि कैसे एक आसान पद्धति से, जिसको उन्होंने पेस्ट का नाम दिया। इस विधि से हर शिक्षक खुद का विश्लेषण कर सकता है और अपने आप को शिक्षा क्षेत्र में और सामाजिक क्षेत्र में निखार सकता है ।
इस समर कैम्प के दौरान बच्चों का उत्साह देखते ही बनता था सभी ने परीक्षा एवं पढ़ाई के तनाव से हटकर पूरी उर्जा और स्फूर्ति के साथ समर कैंप में भाग लिया|
प्राचार्य डॉ एम.के.मिश्रा जी ने बच्चों को कागज से हवा में चलने वाली चकरी बनाना सिखाया| समर कैम्प को सफल बनाने में प्राचार्य डॉ एम के मिश्रा ,प्रधान पाठक शैलेंद्र शर्मा, प्रधान पाठकगौरव मंगरुलकर सहित समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं का योगदान रहा|

