By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Notification Show More
Font ResizerAa
  • अंतरराष्ट्रीय
  • छत्तीसगढ़
  • बिलासपुर
  • राजनीति
  • शिक्षा
  • व्यापार-उद्योग
  • वन विभाग
  • स्वास्थ्य
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • धर्म-कला-संस्कृति
  • खेल
  • हाईकोर्ट
  • अन्य
Reading: श्रीकांत की रचनाओं में जो खुशी थी
Share
Font ResizerAa
  • अंतरराष्ट्रीय
  • छत्तीसगढ़
  • बिलासपुर
  • राजनीति
  • शिक्षा
  • व्यापार-उद्योग
  • वन विभाग
  • स्वास्थ्य
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • धर्म-कला-संस्कृति
  • खेल
  • हाईकोर्ट
  • अन्य
Search
  • अंतरराष्ट्रीय
  • छत्तीसगढ़
  • बिलासपुर
  • राजनीति
  • शिक्षा
  • व्यापार-उद्योग
  • वन विभाग
  • स्वास्थ्य
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • धर्म-कला-संस्कृति
  • खेल
  • हाईकोर्ट
  • अन्य
Have an existing account? Sign In
Follow US
> Blog > बिलासपुर > श्रीकांत की रचनाओं में जो खुशी थी
बिलासपुर

श्रीकांत की रचनाओं में जो खुशी थी

Jp agrawal
Last updated: 2023/05/26 at 2:16 AM
Jp agrawal Published 26/05/2023
Share
SHARE



श्रीकांत को कविता में जो खुशी और आलोचना में जो वसंत मिलना चाहिए था नहीं मिला- लीलाधर मंडलोई

बिलासपुर।श्रीकांत वर्मा पीठ बिलासपुर द्वारा स्मरण श्रीकांत 2023 ,दो दिवसीय आयोजन का शुभारम्भ हुआ।
शुभारंभ सत्र में देशभर से आए साहित्यकारों पत्रकारों ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया । पीठ के अध्यक्ष रामकुमार तिवारी ने पुष्पगुच्छ देकर अतिथियों का सम्मान किया एवं अपने स्वागत भाषण में कहा कि श्रीकांत वर्मा जी के अवसान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में देशभर के साहित्यकारों का स्वागत है।विशेषकर 88 वर्षीय देश के श्रेष्ठ पत्रकार लेखक और श्रीकांत जी के मित्र त्रिलोक दीप जी का हृदय की गहराइयों से स्वागत किया।
दिल्ली से आये श्रीकांत वर्मा के मित्र त्रिलोक दीप ने अध्यक्षता की । मुख्य अतिथि मुकेश वर्मा थे।कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप मे लीलाधर मंडलोई राजेश सकलानी, शैलजा पाठक, ऋषिकेश सुलभ और त्रिलोक महावर रहे।

दो दिवसीय आयोजन का पहला सत्र मैं सदियों के अंतराल में श्रीकांत वर्मा का सृजन संसार का प्रारंभ हुआ जिसमें सर्वप्रथम भोपाल से आए विख्यात लेखक गीत चतुर्वेदी ने कहा कि

श्रीकांत वर्मा पर जब भी वैचारिक हमले हुए उनका जवाब उन्होंने हमेशा बौद्धिकता से दिया है। उन्होंने उनके कहानी पक्ष पर बात करते हुए कहा कि श्रीकांत वर्मा की कहानियों में आम आदमी का अंतर्द्वंद रेखांकित होता है। उन्होंने उनकी कहानियों में उपस्थित महत्वपूर्ण बिंदुओं जिसमें समय की भीड़ भाड़ ,जीवन का अंधकार, समकालीन नर्क का भूगोल, अस्तित्व का प्रकाश और अंधकार,अनिर्णय अविश्वास और असमंजस से लिपटा हुआ प्रेम, कहानियों के जड़ में अस्तित्ववाद ,मानवीय संबंधों का बिखराव आदि पर विस्तृत चर्चा की।

दुर्ग से आए आलोचक साहित्यकार जयप्रकाश ने कहा कि श्रीकांत वर्मा तीव्र आवेगों के कवि हैं। उनकी रचना में ज्ञान का संवेदनात्मक पक्ष और संवेदना का ज्ञानात्मक पक्ष परिलक्षित होता है। वे बिलासपुर में रहते हुए नई कविता के नए विकास के नए रास्ते की खोज करने में जुट चुके थे। मुक्तिबोध और श्रीकांत ने समाज के संत्रास को समझा और रचना का अंग बनाया।

दूरदर्शन के भूतपूर्व महा निदेशक एवं विख्यात साहित्यकार लीलाधर मंडलोई ने कहा कि श्रीकांत जी को कविता में जो खुशी और आलोचना में जो बसंत मिलना चाहिए था नहीं मिला। उन्होंने उन्हें याद करते हुए अपनी कविता ‘उसकी कविताओं की सदाएं मुस्तक पहुंचती हैं’ सुनाई। उन्होंने आपातकाल के बाद श्रीकांत वर्मा में हुए बदलाव और उनकी कविताओं में उठने वाले भावों पर चर्चा की । विष्णु नागर को लिखे पत्र में श्रीकांत जी ने कहा था जब किसी की हत्या की जाती है तो पहले माहौल बनाया जाता है अपने विश्वासों के लिए अपनी बलि देनी होती है यह संसार बहुत निर्मम है। यह बातें उनकी कविताओं में उनकी रचना में परीक्षित होती हैं।


श्रीकांत वर्मा जी के मित्र और दिनमान में उनके साथ रहे पत्रकार साथी त्रिलोक दीप ने उनसे मुलाकात फिर दोस्ती फिर याराना के संस्मरण सुनाए जिसे दर्शकों ने हाथों हाथ लिया। उन्होंने कहा कि श्रीकांत वर्मा एक अच्छा यार और सच्चा पत्रकार था। उन्होंने उनके कार्य करने का तरीका, व्यक्तित्व, दोस्तों के साथ याराना, उनके राजनीतिक विचार और उनकी पत्रकारिता पर चर्चा की। उन्होंने 1967 में बिहार में अकाल के समय उनके साथ किए पत्रकारिता के अनुभव साझा किए जो बहुत मार्मिक थे। उन्होंने दिनमान के उन दिनों को याद किया जब अज्ञेय ,सर्वेश्वर दयाल सक्सेना श्रीकांत वर्मा और मनोहर श्याम जोशी के साथ में काम किया करते थे ।उन्होंने कहा वह दौर ऐसा दौर था जहां हर आदमी आदमी पर भरोसा करता था श्रीकांत जी हमसे कहते थे कि पत्रकार का काम जीवन के भीतर तक जाना है। श्रीकांत वर्मा पहले कलाकार पत्रकार थे उनके राजनीतिक विचार और वक्तव्य उसके पश्चात आते हैं।
सत्र का प्रभावी संचालन शिक्षाविद और संस्कृति कर्मी विवेक जोगलेकर ने किया।

पहले दिन का दूसरा सत्र कहानी समय का था। जिसमें देश के सुविख्यात कहानीकारों ने अपनी कहानियां पढ़ी। जिसमें मलखान गिरी से आई परिधि शर्मा ने अपनी कहानी ‘एक छूटती मेट्रो-एक तस्वीर एक लडक़ी में एक युवा लड़के की कहानी है जो दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रहा है और एक क्लब में डिस्को जोकी का काम कर रहा है।यह अधूरे प्रेम और जीवन की पूर्णता की कहानी है।जिसमें कहानी के पात्र मेट्रो सिटी के भागते दौड़ते जीवन में मनुष्य के मूल चरित्र को ढूंढने का प्रयास करते हैं।


अंबिकापुर के वरिष्ठ साहित्यकार प्रभु नारायण वर्मा ने गर्म दोपहर शीर्षक की कहानी पढ़ी जिसमें मध्यवर्गीय जीवन की विडंबनाओं को रेखांकित किया गया है

जबलपुर से आए वरिष्ठ कहानीकार राजेंद्र रानी ने अपनी पहली कहानी मेंडोलिन में एक ऐसे मनुष्य की बात करता है जो जटिल है पर वास्तविक है।दूसरी कहानी ‘एक झूठे की मौत’ में मनुष्य के ऐसे चरित्र का वर्णन है जो आज की सामाजिक स्थति में अविश्वसनीय है।असली मनुष्य की खोज है।

हिंदी के प्रतिष्ठित कहानीकार मुकेश वर्मा ने कहानी ‘जूते’ में शहर में साम्प्रदायिक दंगों की पृष्ठभूमि में एक छोटे बच्चे की मानसिक स्थिति और उसकी त्रासदी को वर्णित किया है।

सत्र का संचालन वरिष्ठ आलोचक जयप्रकाश ने किया।
कार्यक्रम में साहित्यकार,विद्यार्थी,पत्रकार और शहर वासी मौजूद रहे।


स्मरण श्रीकांत 2023 में दूसरे दिन आज उपन्यास और कविता के सत्र होंगें।जिसमे देश के जाने माने रचनाकारों को सुनने का मौका मिलेगा।जिसमें हृषिकेश सुलभ(पटना),लीलाधर मंडलोई(दिल्ली),आनंद हरसुल(रायपुर),गीत चतुर्वेदी(भोपाल),अनिल यादव(लखनऊ),त्रिलोक महावर(रायपुर)संजय अलंग(बिलासपुर) ,राजेश सकलानी(देहरादून),शैलजा पाठक(मुम्बई),वसु गंधर्व(कोलकाता),अनुराधा सिंह(बैंगलौर),जोशना बैनर्जी आडवाणी(आगरा),मांझी अनंत(धमतरी) रहेंगे।

Jp agrawal

You Might Also Like

चलती कार में स्टंट कर रहीं युवतियों का वीडियो वायरल.. देखें वीडियो..

रायगढ़ में 2012 की विवादास्पद भर्ती प्रक्रिया रद्द, 44 कर्मचारी बर्खास्त..पशु चिकित्सा विभाग में गड़बड़ी की पुष्टि, हाईकोर्ट के आदेश पर कार्रवाई..

स्वच्छता की ओर कदम: परसदा वेद में स्थापित हुआ मलीय कीचड़ उपचार संयंत्र, अब आसानी से कराएं सेप्टिक टैंक की सफाई..

अवैध रेत का बड़ा जखीरा जब्त: राजस्व और खनिज विभाग की संयुक्त कार्रवाई, लाखों की रेत सरपंचों के सुपुर्द..

शहर में बढ़ रहे अपराधों और बाहरी लोगों की आमद पर चिंता, शिवसेना ने SSP से की वेरिफिकेशन की मांग ! किराएदारों और निर्माण स्थलों पर काम करने वालों की हो सघन जांच: संगठन ने ज्ञापन सौंपा..

Jp agrawal 26/05/2023 26/05/2023
Share This Article
Facebook Twitter Email Print
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

मुख्य समाचार

रामगढ़ की पहाड़ियों में 200 फीट नीचे गिरी 12 साल की बच्ची.. बंदरों से बचने की कोशिश में हुआ हादसा..
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में अगले दो दिन तूफान-बारिश का अलर्ट, बढ़ेगा तापमान भी..गरज-चमक, अंधड़ और वज्रपात की संभावना, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी..
छत्तीसगढ़
भारतमाला कॉरिडोर मुआवजा घोटाला : जांच दिशा से भटकी, दबाव में या फिर कुछ और खेल ?ईओडब्ल्यू की कार्रवाई पर तीखे सवाल !
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़: गरियाबंद में सुरक्षाबलों से भीषण मुठभेड़, एक नक्सली ढेर, हथियार भी बरामद..
छत्तीसगढ़
महादेव सट्टा ऐप महाघोटाला : ईडी की अब तक की सबसे बड़ी चोट, 573 करोड़ की संपत्तियां जब्त; बॉलीवुड से हवाला नेटवर्क तक रडार पर !
छत्तीसगढ़ देश
छत्तीसगढ़ पुलिस में बड़ा फेरबदल, 20 IPS अधिकारियों का तबादला..
छत्तीसगढ़
तांदुला नहर में दो युवकों की डूबने की घटना, SDRF कर रही तलाश..
छत्तीसगढ़
एक्शन-प्लान बनाकर अपूर्ण कार्यों को समय-सीमा में पूर्ण करें : अरुण साव
छत्तीसगढ़
नक्सलवाद से प्रभावित क्षेत्रों के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की बड़ी पहल : पुनर्वास नीति-2025 लागू
छत्तीसगढ़
नक्सली करें सीधे सरेंडर कार्यवाही नहीं रुकेगी : विजय शर्मा
छत्तीसगढ़
© Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?