
विकासखंड शिक्षा अधिकारी द्बारा किया जा रहा परेशान
बिलासपुर । 7 माह से वेतन नही मिलने की वजह से एक शासकीय स्कूल का दिव्यांग हेडमास्टर आर्थिक व मानसिक रुप से काफी परेशान है। वेतन को लेने के लिए वेआए दिन विभाग का शिक्षा विभाग, कलेक्टर कार्यालय का चक्कर काट रहे है लेकीन विकासखंड शिक्षा अधिकारी रघुवीर सिंह और विभाग के ही बाबू धनंजय कर तथा शुक्ला मैडम के द्बारा उन्हें कभी ट्रेजरी विभाग का हवाला देकर तो कभी कोई और बहानेबाजी कर टाल दिया जाता है। इस बात को लेकर पीड़ित कर्मचारी द्बारा जिला शिक्षा अधिकारी एवं कलेक्टर कार्यालय में आवेदन दिया गया था। कम्रचारी के मुताबिक विकास खंड बिल्हा अधिकारी उच्चाधिकारियों की बात भी नही मानते और इस तरह उन्हें 7 माह का रुका हुआ वेतन आज तक नहीं मिला।
वे प्रधान पाठक शासकीय प्राथमिक शाला धुरीपारा मंगला में पदस्थ है। जिन्होंने बताया कि उनका 7 माह का वेतन विगत कई महिने से रुका हुआ है। जिसमें जून 2०22 से लेकर अक्टूबर 2०22 तक 5 माह का वेतन है। जबकि कोरोना काल में 25-1-2०22 से 29-3-2०22 तक 2 माह का वेतन भी नहीं दिया गया है। कोरोना काल के दौरान नूतन चौक स्थित सेंट्रल लाईब्रेरी में प्रार्थी ने वैक्सीनेशन कालिंग कार्य भी किया था जिसका उपस्थिति पत्र भी उन्होंने शिक्षा विभाग को दिया है। वेतनको लेकर वे कई बार बीईओ ऑफिस में जाकर निवेदन कर चुके हैं, परंतु अधिकारी एवं वहां पदस्थ बाबू के कान में जूं तक नहीं रेंगी। हर बार वे कुछ न कुछ बहाना कर टाल देते हैं। ज्यादातर वे ट्रेजरी विभाग में सॉफ्टवेयर की प्राब्लम बताकर कर्मचारी को कई महिनों से घूमा रहे हैं। जबकि ट्रेजरी विभाग के बाबू महिलांगे का कहना है कि बीईओ द्बारा आज तक किसी भी प्रकार का बिल बनाकर नही दिया गया है। अधिकारी की इस असंवेदनशीलता से दिव्यांग कर्मचारी काफी दुखी है।
हेडमास्टर ईश्वर लाल सोनी के साथ हो रहे अन्याय के लिए छत्तीसगढ़ दिव्यांग शासकीय अधिकारी- कर्मचारी संघ के द्बारा भी विकास खंड शिक्षा अधिकारी बिल्हा जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला कलेक्टर को आवेदन दिया गया था। इसके बाद भी उन्हें वेतन भुगतान नहीं किया गया ।हेडमास्टर सोनी का कहना है विकास खंड शिक्षा अधिकारी अपने उच्च अधिकारी के आदेशों को भी नहीं मानता, इस तरह वेतन रोककर आर्थिक मानसिक एवं शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का प्रयास लंबे समय से किया जा रहा है।
पीड़ित कर्मचारी ने ऐसे अधिकारी के ऊपर सख्त से सख्त कार्यवाही करते हुए रुका हुआ वेतन दिलाने की गुहार भी लगाई है ।

