
बिलासपुर।ओटीस एक वर्ल्ड क्लास एलीवेटर कंपनी है ।जिसके पूरे विश्व में 2 मिलियन से अधिक उपभोक्ता है 69,000 कर्मचारी इन में कार्यरत हैं इसका मुख्यालय संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में है ।जिसका मुख्य उद्देश्य अगली पीढ़ी के लिए ऐसे युवा तैयार करना जो अपनी प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण के लिए अपनी जिम्मेदारी को समझें ।इसके लिए प्रति वर्ष स्कूली छात्र छात्राओं के मध्य वैश्विक परिवर्तन की समस्याओं को हल करने के लिए स्टेम विज्ञान तकनीक इंजीनियरिंग गणित का उचित उपयोग करे ।
तीसरे वर्ष इस प्रतियोगिता का मुख्य विषय जलवायु परिवर्तन के समस्याओं का स्थाई समाधान रखा गया था। 3 महीने तक चली इस कड़ी स्पर्धा में कई देशों के स्कूली बच्चे अपने मेंटर के साथ सहभागिता दी।
छत्तीसगढ राज्य से भारत माता आंग्ल मध्यम शाला बिलासपुर के टीम ने स्टेम आधारित स्थानीय कृषकों की समस्याओं को ध्यान में रखकर अपना विकास अपना हाथ विषय पर मोबिलाइज।कृषि प्रबंधन तैयार किया, जिससे न केवल अपने कार्बन फुटप्रिंट हो कम करने में मदद मिले ,साथ ही साथ जल संरक्षण मृदा संरक्षण आसानी से किया जा सके .
यह कृषि यंत्र कृत्रिम बुद्धि पर आसानी से काम करता है ।सोलर एनर्जी पर आधारित इस यंत्र को बच्चों ने 3 महीनों की कड़ी मेहनत से तैयार किया है ।इस प्रतियोगिता में संपूर्ण भारत वर्ष से प्राप्त प्रविष्ठियां से भारत माता स्कूल की टीम को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ ।विश्व स्तर पर कुल 6 देशों की टीम को पुरस्कार के लिए चुना गया ,जिसमें भारत से भारत माता स्कूल की टीम को चौथा स्थान दिया गया उनके इस उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 5000 यूएस डॉलर का पुरस्कार दिया गया ।ज्यूरी की टीम ने बच्चों के इस प्रयास को वर्तमान परिप्रेक्ष्य के लिए अत्यंत उपयोगी बताया और डिवाइस को पेटेंट करने की प्रक्रिया में शामिल करने वाला मार्केट में लाने की प्रक्रिया के लिए सराहना की।
शाला के प्राचार्य फादर सलीन पी के निर्देशन में कक्षा ग्यारहवीं के हिमांगी हालदार सौभिक कर्मकार ,अयान कर्मकार ,अर्पिता गल पांडे फैजा अंसारी, पूनम सिंह कृष्टि जार्ज ,उत्तम कुमार तंबोली ने इसे तैयार करने में अपनी सहभागीता दी ।मेंटर पानू हलदार सिलविया ग्रेवाल ,राजन थॉमस, नीता गुप्ता, जैसी जयप्रकाश ने बच्चों की सहायता की

