रायपुर। छत्तीसगढ़ को 25 साल बाद अपनी पहली महिला मुख्य सचिव मिल सकती हैं। प्रदेश के सर्वोच्च प्रशासनिक पद पर दो वरिष्ठ महिला आईएएस अधिकारियों के नाम दौड़ में शामिल हैं। वर्तमान मुख्य सचिव अमिताभ जैन इसी महीने सेवानिवृत्त हो रहे हैं, जिसके बाद नए मुखिया की तलाश तेज हो गई है। माना जा रहा है कि भाजपा सरकार इस बार किसी वरिष्ठ महिला आईएएस को यह अहम जिम्मेदारी सौंप सकती है।

देश के कई राज्यों में महिला आईएएस अधिकारी पहले भी मुख्य सचिव का पद संभाल चुकी हैं। फिलहाल महाराष्ट्र में सुजाता सौनिक, कर्नाटक में डॉ.शालिनी रजनीश और झारखंड में अलका तिवारी इस पद पर अपनी सेवाएं दे रही हैं। ऐसे में छत्तीसगढ़ में भी महिला नेतृत्व की संभावना प्रबल दिख रही है।
मुख्य सचिव बनने की दौड़ में कुल पांच वरिष्ठ आईएएस अधिकारी शामिल हैं। इनमें सुब्रत साहू, रेणु पिल्लै, ऋचा शर्मा, अमित अग्रवाल और मनोज पिंगुआ के नाम प्रमुखता से लिए जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो सभी अधिकारी अपने स्तर पर इस पद को पाने की जुगत में लगे हैं।
प्रदेश के मौजूदा मुख्य सचिव अमिताभ जैन का कार्यकाल इस माह समाप्त हो रहा है। उनके सेवानिवृत्ति के बाद नए मुख्य सचिव की नियुक्ति होगी या उन्हें कुछ महीनों का विस्तार मिलेगा, इस पर अभी भी संशय बरकरार है। हालांकि, प्रशासनिक गलियारों में नए मुख्य सचिव की नियुक्ति को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं, लेकिन शासन स्तर पर अभी कोई आधिकारिक कवायद शुरू नहीं हुई है।
आपको बता दें कि वर्तमान मुख्य सचिव अमिताभ जैन का कार्यकाल अब तक सबसे लंबा रहा है। भूपेश बघेल सरकार ने उन्हें 1 दिसंबर 2020 को मुख्य सचिव बनाया था और साय सरकार ने भी उनकी सादगी, सहज व्यवहार और प्रशासनिक अनुभव को देखते हुए उन्हें पद पर बनाए रखा।
छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के 25 वर्षों में अब तक 12 मुख्य सचिवों ने प्रदेश की कमान संभाली है। राज्य बनने के बाद सबसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अरुण कुमार 30 अक्टूबर 2000 को प्रदेश के पहले मुख्य सचिव नियुक्त हुए थे। अब तक के सभी मुख्य सचिवों में ऋचा शर्मा का नाम विशेष रूप से चर्चा में है, क्योंकि उनकी स्वच्छ छवि और वन विभाग में किए गए ऐतिहासिक कार्य उन्हें इस दौड़ में मजबूत दावेदार बनाते हैं।

