दुर्ग, छत्तीसगढ़: जिले में पुलिस ने एक मां और उसके बेटे के ब्लाइंड मर्डर का चौंकाने वाला खुलासा किया है. सूचना मिलने के महज 12 घंटे के भीतर पुलिस ने हत्या के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस जघन्य हत्याकांड के पीछे अवैध संबंध कारण सामने आया है, जिसमें मुख्य आरोपी ने इंस्टाग्राम के जरिए महिला से परिचय बढ़ाया और फिर उसे मौत के घाट उतार दिया.
कुएं में मिले मां-बेटे के शव..
घटना का खुलासा 22 जून 2025 को तब हुआ, जब पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम खम्हरिया स्थित राधेलाल गायकवाड़ की बाड़ी में एक कुएं के अंदर साड़ी में लिपटा एक गट्ठा पड़ा है, जिससे बदबू आ रही है. उसे निकालने पर साड़ी से लिपटी और मिट्टी से भरी प्लास्टिक की बोरी के अंदर करीब 8 से 10 वर्ष के एक अज्ञात बच्चे का शव मिला. पास में ही स्थित भगवान दास महिलांगे की बाड़ी में एक और कुएं के अंदर पानी में लाल रंग की साड़ी में लिपटा गट्ठा मिला, जिसमें पत्थर बंधा हुआ था. इस बोरी को बाहर निकालने पर अंदर से 30 से 35 वर्ष की एक अज्ञात महिला का शव मिला, जिसके हाथ और पैर बंधे हुए थे. शव मिलने के बाद थाना अमलेश्वर में मर्ग कायम किया गया और अज्ञात व्यक्ति द्वारा हत्या कर साक्ष्य छिपाने के संदेह में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103(1) और 238(ए) के तहत मामला दर्ज किया गया.
पुलिस की SIT और ऐसे सुलझी गुत्थी..
मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल, दुर्ग ने तत्काल एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया. ग्रामवासियों और आसपास के गांवों से मृतिका और मृतक बच्चे के संबंध में गहनता से पतासाजी की गई. इसी दौरान एक मुखबिर से सूचना मिली कि एक अज्ञात महिला को एक दो बार छत्रपाल सिंगौर के साथ आते जाते देखा गया है. इस सूचना के आधार पर संदेही छत्रपाल सिंगौर को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई.
शुरुआत में छत्रपाल सिंगौर गोलमोल जवाब देता रहा, लेकिन कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया. उसने बताया कि उसकी पहचान सुनीता चतुर्वेदी उर्फ पल्लवी से इंस्टाग्राम के जरिए हुई थी, जो रायपुर में रहती थी. उनकी पहली मुलाकात महादेव घाट के पास हुई थी. सुनीता ने छत्रपाल को बताया था कि उसके पति का स्वर्गवास हो गया है और वह अपने 8 साल के बच्चे के साथ रायपुर में अपने माता पिता के साथ रहती है. इस पर छत्रपाल ने उससे शादी करने और बच्चे को अपनाने का वादा किया और उनके बीच शारीरिक संबंध बन गए.
शादी के दबाव पर रची साजिश..
सुनीता बार बार शादी करने और साथ रहने के लिए छत्रपाल पर दबाव बनाने लगी, लेकिन वह 1-2 माह बाद बोलकर टालता रहा. इसी बीच, करीब डेढ़ माह पहले आरोपी छत्रपाल ने किसी और महिला से शादी कर ली. इधर, मृतिका सुनीता अपने बच्चे को लेकर छत्रपाल सिंगौर के साथ रहने के लिए और अधिक दबाव बनाने लगी. तब छत्रपाल सिंगौर ने अपने चचेरे भाई शुभम कुमार सिंगौर के साथ मिलकर सुनीता और उसके बच्चे को रास्ते से हटाने की योजना बनाई.
योजना के मुताबिक, 18 जून 2025 को आरोपी छत्रपाल रायपुर से सुनीता और उसके 8 साल के बच्चे को अपनी इलेक्ट्रिक स्कूटी पर बैठाकर अपने गांव खम्हरिया लाया. वहां उसका चचेरा भाई शुभम कुमार सिंगौर पहले से ही गांव में बताए गए स्थान पर मौजूद था. फिर दोनों भाइयों ने मिलकर सुनीता और उसके बच्चे का खेत में गला दबाकर मार दिया. शवों को ठिकाने लगाने और साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से दोनों शवों को साड़ी में लपेटा, बोरी में डाला और पत्थर बांधकर अलग अलग कुएं में फेंक दिया.
जांच के दौरान पता चला कि मृतिका सुनीता चतुर्वेदी और उसके बच्चे की गुमशुदगी थाना सिविल लाइन, रायपुर में गुमइंसान क्रमांक 51/2025 के तहत दर्ज थी. मृतिका के परिजनों ने शव की पहचान कर ली है. थाना अमलेश्वर द्वारा अग्रिम कार्यवाही की जा रही है.
गिरफ्तार आरोपी:

- छत्रपाल सिंगौर पिता अजेन्द्र सिंगौर (उम्र 26 वर्ष)
- शुभम कुमार सिंगौर पिता विरेन्द्र सिंगौर (उम्र 22 वर्ष)
इस पूरी कार्यवाही में थाना प्रभारी पाटन अनिल कुमार साहू, एसीसीयू से निरीक्षक प्रमोद कुमार रूसिया, सउनि नरेन्द्र सिंह राजपूत, प्र.आर. मेघराज चेलक, आरक्षक राजकुमार चंद्रा, अश्वनी यदु, वीरनारायण, विवेक यादव, अजय ढीमर, थाना अमलेश्वर से उप निरी. दीनदयाल वर्मा, सउनि मानसिंह सोनवानी, प्र.आर. मनीष तिवारी, आरक्षक राकेश राजपूत, अजय सिंह, अमित यादव और चितरंजन प्रसाद देवांगन का विशेष योगदान रहा.

