बिलासपुर। पुलिस की छवि को धूमिल करने वाला एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें विभाग का एक आरक्षक शराब के नशे में सरेआम सड़क पर लोटता हुआ पाया गया। वर्दी में धुत यह आरक्षक कोटा रोड पर बेहोशी की हालत में मिला, जिसे देखकर राहगीरों ने हैरानी जताई। जिससे पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
आरक्षक शराब के नशे में वर्दी पहनकर सड़क पर लोट रहा था। घटना कोटा रोड की बताई जा रही है।
विश्वकर्मा मांजरे पुलिस लाइन में पदस्थ है। पिछले गुरुवार को वो कोटा रोड पर नशे में घूम रहा था। इस दौरान नशा इतना ज्यादा हो गया कि वो खुद को संभाल नहीं पा रहा था और जमीन पर लोट गया। उसकी हालत देख कर लोग उसे समझाइश भी देते रहे। रक्षित केंद्र के अधिकारियों ने बताया कि, आरक्षक विश्वकर्मा मांजरे पिछले एक साल से गायब है। वो पुलिस लाइन में हाजिरी भी नहीं दे रहा है। इसकी जानकारी विभाग के अफसरों को भी दी गई है।
इस पूरे मामले के उजागर होने के बाद अब विभागीय कार्रवाई की मांग उठ रही है। आम नागरिकों का कहना है कि कानून व्यवस्था में लगे जवानों से अनुशासन और जिम्मेदारी की अपेक्षा की जाती है। ऐसे में वर्दीधारी का सार्वजनिक स्थान पर इस तरह पेश आना न केवल शर्मनाक है बल्कि विभाग की साख पर भी चोट है। पुलिस मुख्यालय को अब इस घटना पर सख्त रुख अपनाते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।

