Guru Ghasidas Dharamsthal and Satnam Mela Committee formed for the first time in Chakravay.. Wave of happiness among the followers of Satnam sect, the event will get a new form..

चक्रवाय। इतिहास में पहली बार चक्रवाय में गुरु घासीदास धर्मस्थली व सतनाम मेला समिति का विधिवत गठन किया गया है। यह क्षण सतनाम पंथ के श्रद्धालुओं के लिए गौरव और आत्मसम्मान से जुड़ा ऐतिहासिक पड़ाव बन गया है। समिति के गठन से क्षेत्र में धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक चेतना को नई दिशा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।

समिति में विभिन्न पदों के लिए अनुभवी और समर्पित व्यक्तियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। अध्यक्ष पद पर हेमंत बघेल को सर्वसम्मति से चुना गया है। उपाध्यक्ष के रूप में झम्मन बघेल, प्रद्युमन नवरंगे और मनीष सोंडे ने पदभार संभाला है। वहीं सचिव पद की जिम्मेदारी उदेराम सोंडे को सौंपी गई है। सह-सचिव धर्मेंद्र घृतलहरे और कोषाध्यक्ष रींगलाल महेश्वरी होंगे। मीडिया प्रभारी की भूमिका कुसमन नवरंगे निभाएंगे।
समिति में संरक्षक के रूप में तरुण डी. पी. घृतलहरे और चंद्रजीत डी. पी. घृतलहरे का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। संगठन मंत्री, प्रचार मंत्री और कार्यकारिणी में भी अनुभवी सदस्यों को शामिल किया गया है।

अध्यक्ष हेमंत बघेल ने कहा कि समिति गुरु घासीदास जी के आदर्शों और सतनाम पंथ की शिक्षाओं को समाज तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। मेला आयोजन को और अधिक भव्य, सुव्यवस्थित और समरसता पूर्ण बनाने की दिशा में यह एक मजबूत कदम है।
इस ऐतिहासिक पहल से चक्रवाय सहित पूरे क्षेत्र में उत्साह का माहौल है। उम्मीद की जा रही है कि यह समिति धर्मस्थली के विकास और मेला की गरिमा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचायेंगी।

