
सशिमं तिलकनगर में उमड़ी परीक्षार्थियों की भीड़
बिलासपुर। जिले के सरस्वती शिशु मंदिरों के मेधावी छात्रों ने छत्तीसगढ़ प्रांत में अग्रणी स्थान बनाने के लिए 6 मई को शहर आकर परीक्षा दी।
सरस्वती शिशु मंदिर तिलकनगर में यहां के साथ सरकंडा राजकिशोर नगर जूना बिलासपुर नेहरूनगर यदुनंदन नगर सकरी करगीरोड रतनपुर कोनी बिरकोना मस्तूरी जयरामनगर चकरभाटा कोनी प्रकल्प क्रांति नगर सरगांव जिला सहित 18 सशिमं के कक्षा 3 से 11 तक के परीक्षार्थी बड़ी संख्या में शामिल हुए। इसमें कक्षा 10वीं और 12वीं को शामिल नहीं किया गया था। परीक्षार्थियों में इस परीक्षा को लेकर इतना उत्साह था कि सुबह से ही बच्चे अपने शिक्षकों और पेरेंट्स के साथ परीक्षा केंद्र पहुंचना शुरू हो गए थे। सुबह 11 से 12 बजे तक और दोपहर में 2 से 3 बजे तक 2 चरणों में यह परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा केंद्र के सभी शिक्षक इस परीक्षा को सफल बनाने के लिए लगे रहे। मुंगेली लोरमी तखतपुर पेंड्रा पेंड्रारोड मरवाही स्कूलों के बच्चों ने अपने निर्धारित परीक्षा केंद्रों में या परीक्षा बड़े उत्साह के साथ दी। इस परीक्षा में इन सभी स्कूलों के मेधावी आपस में कड़ी प्रतिस्पर्धा की परीक्षा देते दिखाई दिए। सशिसं के संस्कार श्रीवास्तव ने बताया कि परीक्षा में कोर्स के अंतर्गत सभी विषयों से समान संख्या में सवाल पूछे गए थे। परीक्षा पीएससी प्रतियोगी परीक्षा पैटर्न पर ली गई। जिनमें बच्चों को चार में से एक सही विकल्प पर गोला लगाना था। कुल 50 सवाल पूछे गए। हिंदी अंग्रेजी गणित विज्ञान सामाजिक विज्ञान भौतिक रसायन विज्ञान पर्यावरण वाणिज्य आदि पर आधारित सवाल पूछे गए थे। इन सभी कक्षाओं में प्रांत में पहला स्थान प्राप्त करने वालों को ₹3000 चांदी का पदक प्रशस्ति पत्र दूसरा स्थान वालों को 2500 और तीसरा स्थान प्राप्त करने वालों को ₹2000 चांदी का पदक प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। मेधावी छात्र परीक्षा में 75% से अधिक अंक प्राप्त करने वालों को सरस्वती शिक्षा संस्थान रायपुर में होने वाले अलंकरण समारोह में शामिल किया जाएगा। दसवीं में मेरिट में आने वाले बच्चों को 4100 और 12वीं मेरिटोरियस को बच्चों को 5100 रुपए नगद और सभी को चांदी का पदक एवं प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
सरस्वती शिक्षा संस्थान के सचिव विवेक सक्सेना संगठन मंत्री डॉ देव नारायण साहू अध्यक्ष जुड़ावन सिंह ठाकुर प्रांत प्रमुख गौरीशंकर कटकवार सभी संभाग समन्वयक अधिकारी कार्यकर्ता गणों ने अपने क्षेत्रों में इस परीक्षा के संचालन का निरीक्षण किया।

