
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ विभागीय और औचित्यपूर्ण मांग को लेकर 2 अगस्त से अनिश्चतकालीन हड़ताल पर रहेंगे। अनिश्चतकालीन हड़ताल के पूर्व वे दो चरणों में 3 जुलाई व 7 जुलाई को जिला एवं संभाग स्तर पर रैली निकालकर शासन का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट करेंगे। वहीं मांग पूरी नही होने पर 2 अगस्त से अनिश्चतकालीन हड़ताल पर रहने का निर्णय लिया गया है।
प्रांताध्यक्ष मूलचंद शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ निरंतर रूप से अपने विभागीय औचित्य पूर्ण मांगों को लेकर शासन एवं प्रशासन के समक्ष समय-समय पर पत्राचार धरना एवं हड़ताल के माध्यम से अनुरोध करता आ रहा है। शासन एवं प्रशासन द्बारा हड़ताल की स्थिति निर्मित होने पर, हड़ताल को समाप्त करने के उद्देश्य से संघ के पदाधिकारियों के समक्ष चर्चा कर मांगों पर त्वरित एवं मांग अनुरूप कार्यवाही किए जाने के आश्वासन दिया जाता है। बावजूद इसके संघ के मांगों को छलपूर्वक भिन्न भिन्न प्रक्रिया विरुद्ध कार्यवाही कर मांगों को अनावश्यक रूप से लंबित रखा जा रहा है। जिसके कारण वन विभाग के अलिपकीय कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त हो है जो विभागीय हित में उचित नहीं है।
छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के सात सुत्रीय मांगों में वनरक्षक के वेतनमान 275० से 3०5० का विभागीय भर्ती नियम में 2००3 से प्रावधान किए जाने की मांग की गई है। संघ द्बारा प्रस्तावित वेतनमान का लाभ दिया जाए । छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज कार्यालय द्बारा संघ के 18० पदों को संविदा से भरे जाने के संबंध में सेटअप पुनरीक्षण किया जाए राज्य के गठन के पश्चात आज तक सेटअप पुनरीक्षण नहीं हुआ है।
समय मान वेतनमान भर्ती दिनांक से देने के संबंध में, छठवां वनपाल प्रशिक्षण के संबंध मे तथा उनकी सातवी मांग दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का नियमितीकरण किए जाने की है।
छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ की विभागीय और चित्र पूर्ण मांगों पर गहनता पूर्वक एवं सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए शीघ्र एवं त्वरित कार्यवाही करने को कहा है, नहीं किए जाने की स्थिति में छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ द्बारा चरणबद्ध रूप से अपना आंदोलन किया जाने का निर्णय लिया गया है। जिसके तहत 3 जुलाई 2०23 को जिला स्तर पर रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा जाएगा । दूसरे चरण में 18 जुलाई को संभाग स्तर पर रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन वह ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके बाद मांग पूरी नहीं होने पर 2 अगस्त से उपरोक्त विभागीय और चित्रण मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन पर रहेंगे वन कर्मचारी संघ की मांगों पर 31 जुलाई तक उचित कार्यवाही नहीं होने की स्थिति निर्मित होने पर छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ 2 अगस्त से अपनी उपरोक्त मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन करने हेतु बाध्य रहेगी जिसकी संपूर्ण जवाबदेही शासन प्रशासन की होगी।

