बिलासपुर । बिलासपुर के चर्चित हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी की तीन साल पहले हुई हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। इस हत्याकांड का एक फरार आरोपी विनय कुमार द्विवेदी उर्फ बासू उर्फ गुरुजी को वाराणसी से गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी के कब्जे से एक कट्टा और कारतूस भी बरामद हुए हैं। यह आरोपी पिछले तीन साल से पुलिस की गिरफ्त से बच रहा था और पुलिस ने उसके सिर पर 5000 रुपये का इनाम घोषित किया था। इस मामले में पहले ही 21 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है जबकि कुछ को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है।

मिली जानकारी के मुताबिक बिलासपुर पुलिस और एसटीएफ की फील्ड यूनिट टीम ने शुक्रवार रात फत्तेपुर मोड़ पर वाहन चेकिंग के दौरान आरोपी विनय कुमार द्विवेदी उर्फ बासू उर्फ गुरुजी को गिरफ्तार किया। उसके पास से 315 बोर का एक देसी तमंचा दो कारतूस और 200 रुपये जब्त किए गए। आरोपी के खिलाफ सकरी के अलावा बिहार नोएडा और वाराणसी में हत्या लूट आर्म्स एक्ट और एनडीपीएस एक्ट के कई मामले दर्ज हैं।
वाराणसी के बड़ागांव थाना प्रभारी अतुल कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम शुक्रवार रात वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान वाराणसी एसटीएफ फील्ड यूनिट के एसआई शहजाद खान की टीम भी वहां पहुंची। टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक इनामी अपराधी इस रास्ते से गुजरने वाला है। सूचना मिलते ही पुलिस ने चारों तरफ से घेराबंदी कर सघन चेकिंग अभियान शुरू कर दिया। टीम ने देखा कि एक व्यक्ति पैदल ही कपसेठी से बड़ागांव की तरफ आ रहा था। पुलिस के इशारा करने पर वह भागने लगा लेकिन उसे घेरकर पकड़ लिया गया। पूछताछ में उसने अपना नाम विनय कुमार द्विवेदी उर्फ बासू उर्फ गुरुजी बताया जो चित्रकूट के मानिकपुर थाना अंतर्गत चमरौहा गांव का निवासी है। उस पर एक दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं।
एसटीएफ की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह प्रतापगढ़ में एक लाख के इनामी एजाज के बुलावे पर वाराणसी आया था। बिलासपुर जिले के सकरी थाने में हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी की हत्या के मामले में उसके खिलाफ पांच हजार का इनाम घोषित किया गया था जिसके बाद से वह पुलिस से बचते हुए अलग अलग जगहों पर रह रहा था।
हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी की दिसंबर 2022 में सकरी बाइपास के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने संजू के भाई कपिल त्रिपाठी उसके पिता जयनारायण त्रिपाठी कपिल की पत्नी और उसकी मुंहबोली बहन और जीजा को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। उनसे मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने कपिल और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया था। इस बीच शूटर दानिश अंसारी पप्पू दाढ़ी प्रसुन गुप्ता और उसके साथी फरार होने में कामयाब हो गए थे। कुछ दिन बाद पुलिस ने दानिश अंसारी पप्पू दाढ़ी और प्रसुन को भी गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस ने इस केस में कपिल त्रिपाठी के साथ ही उसके पिता जयनारायण त्रिपाठी पत्नी सुचित्रा त्रिपाठी मुंह बोली बहन कल्याणी जीजा भरत तिवारी आशीष तिवारी रवि तिवारी रिश्तेदार और उसके सहयोगी दोस्तों में प्रेम श्रीवास सुमीत निर्मलकर अमन गुप्ता राजेंद्र सिंह ठाकुर केदार सिंह और रवि सिंह के साथ ही उत्तरप्रदेश के वाराणसी के चौबेपुर क्षेत्र के ग्राम कमौली निवासी सावन पाठक 22 उत्तरप्रदेश बनारस के अभिषेक मिश्रा बनारस निवासी वाल्मीकि उर्फ पप्पू दाढ़ी 38 और ताबिज अंसारी समेत कुल 21 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
इस हत्याकांड के सह आरोपी रवि सिंह ने जमानत के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई थी जिसमें उसने बताया था कि उसे संजू त्रिपाठी की हत्या की जानकारी नहीं थी। वह रायपुर जाने के लिए निकला था तभी केदार सिंह का फोन आया और वह साथ ले जाने के लिए बोला। उसने चकरभाठा स्थित KIA शो रूम के पास मिलने की बात कही। जब वह शो रूम के पास पहुंचा तो वहां केदार सिंह के साथ कपिल त्रिपाठी भी था। दोनों उसके साथ रायपुर जाने के लिए निकल गए। तब उसे यह नहीं पता था कि संजू त्रिपाठी की हत्या हो गई है और कपिल आरोपी है। पुलिस ने रवि सिंह को बिना किसी आधार के हत्या के षड्यंत्र में शामिल होने का आरोप लगाया था। कोर्ट ने आरोपी रवि सिंह को जमानत दे दी थी।

