Bilaspur: After vandalism by a minor, a case was filed against the victim, action was taken on the intervention of SP..
बिलासपुर। सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में कार में तोड़फोड़ और मारपीट के एक मामले ने उस समय तूल पकड़ लिया जब शिकायतकर्ता पीड़ित बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर के खिलाफ उल्टे ही मामला दर्ज कर लिया गया। मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े होने के बाद युवा नेता विक्रांत तिवारी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इस घटना को उजागर किया और पुलिस अधीक्षक (एसपी) से सीधे संपर्क किया। इसके बाद एसपी ने मामले का संज्ञान लेते हुए कोतवाली थाना प्रभारी को फटकार लगाई और आरोपियों के परिवार की महिलाओं के खिलाफ काउंटर केस दर्ज करने के निर्देश दिए।
दयालबंद गुरुद्वारा क्षेत्र में रहने वाले बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर विशेष सिंह राजपूत ने बताया कि 7 अक्टूबर की रात जब वे काम से घर लौटे, तो अगले दिन उनकी कार में खरोंच के निशान मिले। उन्होंने घर के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें एक नाबालिग लड़के को कार पर पत्थर से खरोंच मारते हुए देखा गया। अगले दिन, 8 अक्टूबर की रात को, विशेष सिंह कार के अंदर बैठ गए और नाबालिग लड़के के दोबारा कार पर पत्थर फेंकने के प्रयास के दौरान उसे पकड़ लिया। पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि उसे कार पर खरोंच मारने के लिए पवन नामक युवक ने 500 रुपये दिए थे। हालांकि, जब विशेष ने उससे पवन का पता बताने के लिए कहा, तो उसने जवाब टाल दिया।
इसके बाद विशेष सिंह नाबालिग को लेकर शिकायत दर्ज कराने उसके घर पहुंचे, लेकिन वहां आरोपी के परिवार की महिलाओं ने विशेष के साथ मारपीट की और उनका चेन भी लूट लिया। जब वह अपनी शिकायत लेकर कोतवाली थाना पहुंचे, तो नाबालिग लड़के और उसकी माँ व बहन ने उल्टा उनके खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया। पुलिस ने नाबालिग और महिलाओं की शिकायत पर विशेष सिंह को ही अपराधी ठहरा दिया, जिससे वह बेहद परेशान हो गए।
पीड़ित विशेष सिंह ने इस मामले की जानकारी अपने परिचित युवा नेता विक्रांत तिवारी को दी। विक्रांत ने मामले का वीडियो बनाकर फेसबुक पर वायरल किया और एसपी को कॉल कर पूरे मामले से अवगत कराया। इसके बाद एसपी ने कोतवाली थाना प्रभारी को कड़ी फटकार लगाई और विशेष की शिकायत पर नाबालिग की माँ सतरूपा, बहन सत्या गोरख और बेटी कंचन गोरख के खिलाफ काउंटर अपराध दर्ज करने का आदेश दिया।

