अग्रसेन जयंती के पूर्व अग्रवाल समाज में निकाली भव्य शोभायात्रा

बिलासपुर।15 अक्टूबर को श्री श्री 1008 महाराजा अग्रसेन जी की जयंती है। इस उपलक्ष में पूरे अग्रवाल समाज द्वारा भव्य शोभायात्रा 13 अक्टूबर को निकली गई। शोभा यात्रा लखीराम सभागार से शुरू हुई। जहां सर्वप्रथम अग्रसेन जी का पूजन अर्चन हुआ। सभी महिलाओं को चुनरी प्रदान की गई और पुरुषों को दुपट्टा और पगड़ी दिया गया। लखीराम सभागार में अल्पाहार का भी उत्तम प्रबंध किया गया था। यह शोभा यात्रा लखीराम सभागार से शुरू होकर गोल बाजार होते हुए बस स्टैंड चौक से निकलते हुए अग्रसेन चौक तक पहुंची। इस बार की शोभा यात्रा हर बार से और अधिक प्रभावकारी तरीके से निकली गई। नागपुर से ढोल वालों की टोली को बुलवाया गया और जबलपुर के बैंड बाजे को बुलवाया गया था। पूरी रैली में महिलाओं के साथ नृत्य करने के लिए राजस्थानी परिधान में नृत्यांगनाओं को बुलाया गया था। सभी महिलाओं ने राजस्थानी महिलाओं के साथ डांस करके शोभायात्रा में बहुत आनंद लिया। शोभा यात्रा में कई प्रकार की झांकियां का भी प्रदर्शन किया गया। कच्ची घोड़ी नाच, ऊं ट नाच, मोर नाच सभी लोगों का मन मोह रहे थे। रैली के लिए पूरे रास्ते में कहीं अल्पाहार, कहीं शरबत ,चाय बिस्किट तो कहीं फल , कहीं कुल्फी की व्यवस्था की गई थी। अग्रवाल समाज के लोगों ने शोभायात्रा के लिए अपनी तरफ से हर थोड़ी दूर इन सब चीजों की व्यवस्था की थी। अग्रवाल समाज के साथ-साथ भारत होजयरी की तरफ से पूरी शोभायात्रा के लिए अति उत्तम ताजा फलों की व्यवस्था थी। अग्रसेन चौक पहुंचने के बाद महाराजा अग्रसेन जी की आरती की गई। उसके बाद वहां लकी ड्रा निकाला गया। लकी ड्रा के विजेताओं को सोने के सिक्के प्रदान किए गए। सभी लोगों के लिए अग्रसेन चौक पर उत्तम आहार का प्रबंध किया गया था , जिसके लिए कोलकाता से कैटरर बुलाया गया है। शोभा यात्रा की शोभा बढ़ाने के लिए अति सुंदर लाइट का जगह-जगह प्रबंध किया गया था। शोभा यात्रा पर ड्रोन से गुलाब के फूलों की वर्षा की जा रही थी एवं हर थोड़ी-थोड़ी दूर पर बड़ी बंदूक से फूलों की वर्षा की जा रही थी। इतना रमणीक और सुंदर महौल बन गया था जिसकी जितनी तारीफ की जाए कम है। इतनी भव्य शोभा यात्रा बिलासपुर में पहली बार निकाली गई है। इन सब व्यवस्थाओं के साथ-साथ अग्रवाल समाज के लोगों ने पूरी शोभायात्रा में बड़ी संख्या में सह परिवार उपस्थित होकर बिलासपुर के भव्य अग्रवाल समाज की एकता का परिचय दिया है।
अग्रसेन जयंती के लिए अग्रसेन चौक को भी अति मनमोहक तरीके से सजाया गया है। रंग-बिरंगे कपड़ों से चौक को सजाया गया है और अति उत्तम रोशनी का प्रबंध किया गया है। अग्रसेन चौक की सुंदरता मन मोह रही है।