विवेकानंद केंद्र द्वारा 5 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर आरंभ

बिलासपुर।विवेकानंद केंद्र छत्तीसगढ़ विभाग द्वारा युवाओं के लिए 5 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन नेहरू नगर बिलासपुर में किया गया । प्रशिक्षण के उद्घाटन सत्र में मखीजा टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर के संचालक डॉक्टर ओम माखीजा तथा विवेकानंद केंद्र के छत्तीसगढ़ विभाग युवा प्रमुख आशुतोष शुक्ल मंचासीन रहे ।

डॉ माखीजा ने अपने उद्बोधन में कहा गुणों एवं अवगुणों का मिश्रण ही चरित्र कहलाता है जिसमें अच्छे गुण अधिक होते हैं वह अच्छे चरित्र वाला माना जाता है । अपने अवगुणों को चिन्हित कर कम करना है एवं गुणों को बढ़ाना है जिससे आप सभी युवा समाज एवं राष्ट्र के विकास में अपना योगदान दे सकेंगे । अकेले एक व्यक्ति का बदलना भी राष्ट्र को बदलने योगदान देता है आप जिस चीज को अच्छा करना चाहते हैं उसे अधिक समय दें भारत का आध्यात्म विश्व में सर्वश्रेष्ठ है।

आशुतोष शुक्ल ने शिविर की समय सारणी एवं प्रशिक्षण की रूपरेखा बताते हुए कहा शिविर में 5:00 बजे जागरण के साथ युवाओं की दिनचर्या का प्रारंभ होता है, जिसमें प्रातः स्मरण मंत्र, गीता अभ्यास, योग एवं प्राणायाम, केंद्र वर्ग संस्कार वर्ग, मंथन एवं प्रतिदिन दो बौद्धिक सत्र तथा प्रेरणा से पुनरुत्थान सत्र के साथ रात्रि विश्राम 10:00 बजे होता है । इस शिविर का प्रशिक्षण एवं अनुशासन विवेकानंद केंद्र के सेवा कार्यों को व्यापक रूप देने में सहायक बनेगा l

प्रशिक्षण शिविर में बिलासपुर, रायपुर, रायगढ़, महासमुंद, जांजगीर-चांपा, बलोदा बाजार तथा जबलपुर के युवा सम्मिलित हुए।

विश्व विजय स्वामी विवेकानंद, भारतीय संस्कृति , विवेकानंद शिला स्मारक, मनुष्य निर्माण से राष्ट्र पुनरुत्थान, देश के समक्ष चुनौतियां, संगठित कार्य की आवश्यकता एवं विवेकानंद केंद्र की कार्य पद्धति विषय पर छत्तीसगढ़ विभाग प्रमुख डॉ उल्हास वारे, नगर संचालक प्रतीक शर्मा, व्यवस्था प्रमुख डॉ राकेश पांडेय, नगर प्रमुख अनिल साहू, पूर्व कुलपति डॉ एस पी सिंह, युवा प्रमुख आशुतोष शुक्ल, व्यवस्था प्रमुख टिकेश्वर कौशिक, सह प्रांत संगठक रितु मनी, माया, तथा सुनील कुशवाहा द्वारा युवाओं का मार्गदर्शन किया गया। युवाओं ने उद्देश्य पूर्ण जीवन, पुण्य भूमि भारत एवं गौरवमयी इतिहास तथा पुनरुत्थान के कार्य विषय पर मंथन किया ।
समापन सत्र को संबोधित करते हुए मंचासीन डॉ किरण देवरस ने प्रशिक्षित युवाओं के माध्यम से राष्ट्र के उज्जवल भविष्य की कामना किये ।