

चक्रवाय, बेमेतरा। प्रदेश के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल चक्रवायधाम में बाबा गुरु घासीदास जयंती के उपलक्ष्य में पांच दिवसीय भव्य मेला और संत समागम का आयोजन 31 दिसंबर से होने जा रहा है। आस्था के इस बड़े केंद्र में 4 जनवरी को मंदिर परिसर के जैतखाम पर ध्वजारोहण के साथ कार्यक्रम का समापन होगा। समापन समारोह में प्रदेश के खाद्य मंत्री दयालदास बघेल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होकर समाज को संबोधित करेंगे।
आयोजन का पूरा शेड्यूल..
मेला समिति के अध्यक्ष हेमंत कुमार बघेल ने बताया कि 31 दिसंबर को मंदिर में विशेष पूजा के साथ आयोजन की शुरुआत होगी। पहले दिन चौका आरती और छत्तीसगढ़ी नाचा होगा। 1 और 2 जनवरी को दिन में पंथी नृत्य की टोलियां अपनी कला दिखाएंगी और रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। 3 जनवरी की रात किरण भारती की स्टार नाइट सजेगी। समापन के दिन यानी 4 जनवरी को मशहूर पंडवानी गायिका उषा बाई बारले की प्रस्तुति होगी। उसी दिन शाम 4 बजे डार गोसाई द्वारा जैतखाम पर झंडा चढ़ाया जाएगा। रात में रज्जू मनचला और दौना दीवानी की टीम अपनी प्रस्तुति से समां बांधेगी।
खास मेहमान और प्रशासनिक तैयारी..
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व मंत्री और मुंगेली विधायक पुन्नूलाल मोहले करेंगे। विशिष्ट अतिथियों में भाजपा के अजा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष सनम जांगड़े, जिला अध्यक्ष अजय साहू और जिला पंचायत सभापति अंजू बघेल सहित कई नेता शामिल होंगे। समिति अध्यक्ष हेमंत कुमार बघेल ने बताया कि मेले की तैयारी पूरी हो चुकी है। मंदिर को आकर्षक रोशनी और तोरण से सजाया गया है। प्रशासन और समिति ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं ताकि दूर-दराज से आने वाले भक्तों को कोई दिक्कत न हो।
मिनी गिरौदपुरी के रूप में पहचान..
साल 1986 से लगातार आयोजित हो रहे इस मेले के कारण अब चक्रवाय को मिनी गिरौदपुरी कहा जाने लगा है। यहां सिर्फ छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश, ओडिशा और असम जैसे राज्यों से भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा का आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं।




