बिलासपुर। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर बिलासपुर शहर में एक अद्भुत और भव्य नजारा देखने को मिला। यादव समाज द्वारा आयोजित विशाल शोभा यात्रा में हजारों श्रद्धालु उमड़ पड़े। यात्रा के दौरान शहर जय श्रीकृष्ण के नारों से गूंज उठा और हर गली-मोहल्ला भक्ति के रंग में रंग गया।
लाल बहादुर शास्त्री स्कूल से हुई यात्रा की शुरुआत..

शोभा यात्रा की शुरुआत लाल बहादुर शास्त्री स्कूल से हुई, जो शहर के विभिन्न मार्गों से होती हुई आगे बढ़ी। पूरे मार्ग में नागरिकों ने यात्रा का स्वागत किया। राघवेन्द्र राव सभा भवन के सामने विशेष मंच सजाया गया था, जहां से कई वरिष्ठ नेता, जनप्रतिनिधि और समाजसेवी शोभा यात्रा का अभिनंदन करने पहुंचे।
यात्रा में भव्य झांकियां, पारंपरिक वाद्य यंत्र, श्रीकृष्ण की झलकियां और युवाओं की टोली ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कई स्थानों पर पुष्पवर्षा कर अतिथियों एवं श्रद्धालुओं ने शोभायात्रा का स्वागत किया।
नेताओं ने की समाज की एकता और अनुशासन की सराहना..

मंच से स्वागत करते हुए एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि यह यात्रा केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यादव समाज की एकजुटता, अनुशासन और आस्था का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का संदेश सभी समाजों के लिए प्रेरणादायक है और ऐसे आयोजनों से सामाजिक समरसता को बल मिलता है।
एक अन्य नेता ने भी इस ऐतिहासिक और सफल आयोजन के लिए यादव समाज को बधाई देते हुए कहा कि ऐसी शोभा यात्राएं सामाजिक शक्ति और संस्कृति की धरोहर होती हैं, जो पीढ़ियों को जोड़ती हैं।
जन्माष्टमी हर वर्ग का पर्व: शैलेन्द्र यादव..

यादव समाज के शैलेन्द्र यादव ने कहा कि जन्माष्टमी केवल यादव समाज का नहीं, बल्कि यह हर वर्ग के लिए आस्था, प्रेम और उल्लास का पर्व है। उन्होंने कहा कि कन्हैया के जन्म की प्रतीक्षा हर दिल को रहती है और इस दिन को हर समुदाय बड़े श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाता है।
युवाओं की भागीदारी ने बढ़ाई शोभा..
शोभा यात्रा की सफलता में युवा कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पूर्व उपाध्यक्ष सहित अनेक युवाओं ने आयोजन की व्यवस्थाओं को संभाला और यात्रियों की सेवा में लगे रहे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा, मार्गदर्शन और जलपान की समुचित व्यवस्था भी की गई थी।

इस जन्माष्टमी पर बिलासपुर ने देखा श्रद्धा, एकता और सांस्कृतिक उत्सव का अद्वितीय संगम। यादव समाज की यह शोभा यात्रा न केवल कान्हा प्रेमियों के लिए, बल्कि पूरे शहर के लिए गर्व का विषय बनी।


