
जगन्नाथ पूजा समिति उत्कल समाज को 1 माह का वेतन देने की घोषणा की
बिलासपुर। रेल्वे परिक्ष्ोत्र स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर में रथयात्रा श्रद्धाभाव से एवं हर्षोल्लासपूणã वातावरण में संपन्न हुआ। बिलासपुर में कई दशकों से इस पर्व को उड़ीसा स्थित श्री जगन्नाथ पुरी धाम की परंपरा का निर्वहन करते हुए मनाया जाता है। इसी कड़ी में मंगलवार को रथ यात्रा निकाला गई। जैसे ही दोपहर के समय भगवान भक्तों को दर्शन देने के लिए निकले तो उनकी एक झलक पाने के लिए भक्तों की भीड़ लग गई। हर कोई भगवान के दर्शन पाने के लिए उतावला था सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालूजन भगवान के रथ की रस्सी खींचने उमड़ पड़े, और पूरा मंदिर परिसर ‘जय जगन्नाथ’ के जयघोष से गंुजायमान हो उठा। इस मौके पर विधायक पांडेय ने डेरापहरा की रस्म अदा की।
रथ सवार हुए महाप्रभु, सुभ्रदा और बलभद्र
देवपूर्णिमा स्नान के दिन 1०8 कलश जल से ·ान करने के बाद भगवान जगन्नाथ देवी सुभद्रा और बलदाऊ बीमार पड़ गए थे। जिसके बाद 15 दिन के लिए मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए और पुजारी गोविंद पाढ़ी द्बारा काढ़ा देकर उपचार किया जाता रहा। 15 दिन उपचार के बाद तीनों स्वस्थ हुए तो फिर मंदिर में नेत्र उत्सव मनाया गया। जिसके बाद मंगलवार को रथयात्रा निकाली गई, जिसमें भगवान अपने भाई बहन के साथ अपनी मौसी के बुलावे पर उनके घर गुंडिचा मंदिर जाते हैं इस यात्रा को रथ यात्रा कहा जाता है।
रथयात्रा के दौरान विशिष्ट वाद्य यंत्रों की ध्वनि के साथ भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा रथ पर सवार हुए भगवान के आगे आगे उनके मार्ग को निष्कंटक करने की भावना के साथ नगर विधायक शैलेष पांडेय ने छेरापहरा की परंपरा का पालन करते हुए मार्ग में झाड़ू लगाया जिसके बाद प्रतिमाओं को रथ पर सवार कराया गया जहां विधायक शैलेष पांडेय एवं उनकी धर्मपत्नी ऋतु पांडेय और अन्य अतिथियों ने पूजा अर्चना की। इसके बाद बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालूओं ने भी रथ खीचकर भगवान के प्रति अपने आस्था को प्रकट किया।
विधायक ने एक माह का वेतन देने की घोषणा की
इस अवसर पर विधायक शैलेष पांडेय ने इसे ऐतिहासिक परंपरा बताते हुए पूरे बिलासपुर वासियों के लिए सुख, समृद्धि , शांति उनके अच्छे स्वास्थ्य और सफलता की कामना की और उन्हें इस वर्ष प्रथम बार छेरा पहरा करने का अवसर प्राप्त हुआ, इसके लिए उन्होंने आयोजन समिति, जनप्रतिनिधियों, और क्षेत्र की जनता के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने श्री जगन्नाथ पूजा समिति उत्कल समाज को 1 माह का वेतन देने की घोषणा की।
2० साल में पहली बार नही हुई वर्षा
श्री जगन्नाथ रथयात्रा के दिन बारिश होने की प्राकृतिक परंपरा है, मान्यता है यह बारिश भगवान के स्वागत में होती है लेकीन इस बार बारिश नहीं हुआ। भीषण गर्मी में यह चिंता का विषय तो था ही वहीं भक्तों को भी इस बात को लेकर थोड़ी निराशा हुई। क्योकि माना जाता है कि यह बारिश भगवान के स्वागत में होती है। समिति के संजय दास ने बताया कि 2० वर्षो में पहली बार पानी नही गिरा है।
इन मार्गो से निकली रथयात्रा
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रथयात्रा श्री जगन्नाथ मंदिर से निकलकर स्टेशन रोड, 12 खोली, बड़ा गिरजा चौक, तारबाहर नाका, शिव टॉकीज चौक, गांधी चौक, दयालबंद होते हुए मौसी मां मंदिर पहुंची जहां जगह जगह लोगों के द्बारा स्वागत आरती भी की गई। मौसी मां के घर पूरे 8 दिन रहने के बाद 9 वें दिन लौटेंगे। मौसी मां मंदिर में महाप्रभु के सम्मान में सांस्कृतिक कार्यक्रम कराए जाएंगे, जहां ओडिशा एवं स्थानीय कलाकारों द्बारा हर दिन अलग-अलग विधाओं में प्रस्तुति दी जाएगी। कार्यक्रम में आयोजन समिति के अध्यक्ष एमके सुबुद्धि, उपाध्यक्ष डॉ. बी पधन, सचिव डी नायक, डीपी नायक, आरके मोहंती, शिखर नायके सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं भक्तगण उपस्थित रहे।

