
जीवन परमात्मा का सर्वोत्तम उपहार है इसे व्यर्थ न गवाएं – रेखा
बिलासपुर। पति द्वारा परित्यक्त एक 30 वर्षीय युवती जिसके एक पाच वर्षीय बालिका भी है जिसे निराश्रित रूप से मिशन हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था उसे अपना घर आश्रम की प्रकल्प अध्यक्षा रेखा आहूजा जी के सद प्रयासों से कोरबा स्थित आश्रम “अपना घर” में आश्रय दिया गया –
ज्ञातव्य है कि कोरबा में छतीसगढ़ हेल्थ वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष राणा मुखर्जी व सचिव बंटी चावलानी सहयोगी हनी कौर के नेतृत्व में संचालित *अपना घर* आश्रम परिवार में पूर्व से करीब 32 निराश्रित पभुजन निवास रत है जिसमें लकवा ग्रस्त , मूक बधिर , घायल और बीमार ऐसे महिला पुरूष है जिन्हे उनके परिजनों द्वारा परित्यक्त किया गया है उन्हे प्रभु जन नाम दे संस्था द्वारा पुनर्वासित किया गया है।

