बिलासपुर। शहर विधायक की कुर्सी पर कब्ज़ा जमाने की कोशिश में राजनीतिक दलों सहित निर्दलीय प्रत्याशी क्षेत्रीय जनता को भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं से मुक्ति दिलाने और शहर का रफ्तार से विकास करने का दावा कर रहे है। लगातार 41 साल तक कांग्रेस पार्टी में रहकर जनता की सेवा करने वाले जनता के सेवक विजय आहूजा उर्फ विक्की कांग्रेस पार्टी का त्याग कर बिलासपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे है। उन्होंने प्रेसवार्ता कर बताया कि मैं पिछले 41 साल कांग्रेस के साथ कंधे से कंधे मिलाकर चला लेकिन वहाँ टिकट पैराशूट से दी जाती है वो अपमान है। और बिलासपुर का विकास 25 वर्षो से नही हुआ। चाहे सिम्स ही हालात देख ली जाए चाहे कानून व्यवस्था देखी जाए। चाहे तहसील में देख लिया जाए आपकी अपनी जमीन की रजिस्ट्री कराकर नामांतरण कराना चाहते हो उसके लिए पैसा देना पड़ता है। नालियों में पाइप बिछाकर बैठे हुए है। लोगों के घरों में पीने का गंदा पानी जा रहा है। हर चौक हर रोड पर गड्ढे लगे हुए है। नेता सिर्फ 5 साल में एक बार गली कूचे में निकलता है उसके बाद उसे खोजने के लिए उसके घर मे लाइन लगाना पड़ता है। वो नेता नही मिलता है। बिलासपुर की जनता जानती है कि बिलासपुर की गलियों में मैं एनीटाइम उपलब्ध हूं। प्रतिदिन बस स्टैंड स्थित मंदिर में आरती में शामिल होता हूं। बिलासपुर में अपराध इतना बढ़ चुका है। कि आदमी को कानून का डर नही है नशे के कारोबार पर रोक नही है। प्रशासन को सिर्फ व्यवस्था चाहिए। प्रशासन को व्यवस्था पहुचा दो फिर कुछ भी करिए कुछ भी बेचिए कोई बोलने वाला नही है। इंजेक्शन, नाइट्रा, गांजा,अफीम, कोरेक्स शहर की गली गली में बिक रही है। इन सबको सुधारना चाहता हू हमारी शहर की नस्ल खराब हो रही है।
स्मार्ट सिटी का मतलब क्या है दोनो विधायक जानते ही नही; निर्दलीय प्रत्याशी विजय आहूजा (विक्की)
वही विजय आहूजा विक्की ने स्मार्ट सिटी को लेकर कांग्रेस और भाजपा पार्टी के विधायकों पर तंज कसते हुए कहा; स्मार्ट सिटी का मतलब क्या है दोनों विधायक जानते ही नही। ? बड़े व्यापारी है। पांच साल में एक बार आते है उसके बाद अपने व्यापार में लग जाते है। जनता से लेना देना इनका कुछ नही साथियों। परदेशिया लोगों ने यहाँ को लूटने का काम किया है मैं यही पैदा हुआ हूं। बिलासा में अरपा मईया के आशीर्वाद से जन्म लिया हूं पूरा 56 साल यहाँ काटा हूं हर ब्यक्ति हर माँ, हर देवी हर दोस्त सबसे मेरा राम,राम नमस्कार प्रेम बना हुआ है। क्योंकि मैं इसी शहर का बेटा हूँ मैं कहि से नही आया हूं।


