
बिलासपुर।रतनपुरिहा कसौधन वैश्य महिला मंडल एवं नगर इकाई बिलासपुर के संयुक्त तत्वाधान में 26 जुलाई से आयोजित शिव महापुराण के चतुर्थ दिवस के कथा में त्रिपुर वध जालंधर शंखचूड़ ओशो होसुर वधू की कथा सुनाई गई कथाकार ब्यास पंडित पंकज भूषण मिश्र ने सामाजिक परिवेश में व्याख्यान करते हुए कहा कि शास्त्र कभी हिंसा का पक्ष नहीं लेता। किसी प्राणी अथवा जीव को हानि पहुंचा कर अपनी स्वार्थ पूरी करना यज्ञ हो ही नहीं सकता। उन्होंने छत्तीसगढ़ की पावन धरा को मां चंडी का क्षेत्र बताया मां दुर्गा महामाया का एक अंश छत्तीसगढ़ क्षेत्र में गिरा था। पंडित मिश्रा ने कथा क्रम में शक्ति के कई स्वरूप और उनकी महिमा की वर्णन की जिसे सुनकर उपस्थित श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए आयोजन को सफल बनाने में बड़ी संख्या में मोहल्ले वासी उपस्थित थे।

