5 साल के विधायक और 15 साल के नेतृत्वकर्ता पर उठाया सवाल कहा,, उनके चुनाव लड़ने पर अगर स्थिति यही रही तो आजाद मंच अपना एक आजाद प्रत्याशी उतारेगी
बिलासपुर। फ़्लाईओवर के विरोध में सीएमडी चौक से लेकर सत्यम चौक तक जनता के बीच नुक्कड़ सभा करेगा आजाद मंच
बिलासपुर ।छत्तीसगढ़ निर्माण के रायपुर से बराबरी करने की तैयारी में रहने वाला प्रदेश का दूसरा बड़ा शहर बिलासपुर पिछले 22 सालों में रायपुर से विकास के मामले में कहीं पीछे छूट चुका है राजधानी रायपुर का विकास देखने को मिला यही बिलासपुर विकास की आशा में नाली सीवरेज इन्हीं से जूझता रह गया,,,।। यह बातें प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आजाद के प्रमुख विक्रांत तिवारी ने मीडिया के समक्ष राखी ।
आजाद मंच मिलासपुर को आजाद करने की मुहिम लगातार बिलासपुर के मुद्दों को लेकर जनता और मीडिया उपस्थित होने वाला एक रहा है। मंच प्रमुख विक्रांत तिवारी ने मीडिया से चर्चा में बताया कि आज आजाद मंच उस योजना का विरोध करने के लिए अपनी वचनबद्धता बताने मीडिया के समक्ष। उपस्थित हुआ जिससे आने वाले समय में बिलासपुर की एक और पहचान को बिलासपुर के मानचित्र से मिटाने की कोशिश के रूप में देखा जा सकता है। तिवारी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बिलासपुर के विकास के नाम पर सिर्फ हवा हवाई बाते और एक बेबी फ्लावर नाम का खिलौना बिलासपुर को भगा दिया जाता है जिसक कोई उपयोग होता है ना ही जिसकी कोई जरूरत रहती है इसी प्रकार कल राज्य शासन ने 70 करोड़ को लागत से बिलासपुर की पहचान माने जाने वाली लिंक रोड के ऊपर लगभग 2 किलोमीटर का मीटर चौड़ा मलायर को मंजूरी दी है जिसमें सड़कों पर उतरने को तैयारी में है ।
उन्होंने कहा कि यह योजना बिलासपुर के सीने पर एक और घाव की भांति है ऐसी योजना जिससे बिलासपुर की लगभग आधी आबादी दिक्कत में आएगी,, जिससे सैकड़ों व्यापारियों को नुकसान होगा हजारों लोगों के परों की कीमत गिर जाएगी और शहर को आम जनता को इसके निर्माण काल में और निर्माण के बाद लगातार दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा ऐसी किसी भी योजना को बिलासपुर में आने नही दिया जाएगा । यह योजना कमीशन खोरी के लिए लाई जा रही है. बड़े शहर में लोगों को मुआवजा देकर रोड चौड़ीकरण किया जाता है लेकिन लोगों के मुआवजा देने में कमीशन खोरी नहीं हो सकती इसलिए ऐसा देवी फलाई ओवर को एक झुनझुना के रूप में विकास के नाम पर बिलासपुर को दिया जा रहा है।
विक्रांत तिवारी ने ऐसी योजनाओं के लिए बिलासपुर विधायक शैलेश पांडे को जिम्मेदार बताते हुए कहा की कई सालों से बिलासपुर कमजोर विधायक और बिना विजन ने के कारण विकास को पटरी से कही दूर चला गया है ऐसी जन विरोधी योजनाओं को शहर पर लागू होने के जनप्रतिनिधि को देखना चाहिए था ।लेकिन बिलासपुर विधायक साल से उनकी ही सरकार में अनदेखी का रोना रो रहे हैं इसलिए उनसे उम्मीद भी नहीं है कि यह इस योजना को रुकवा सके। आजाद मंच यह भी कहा कि पूर्व के 15 साल के नेतृत्व करता और 5 साल के विधायक अगर अगर चुनाव लड़ते हैं और यही स्थिति रहती है तो आजाद मंच एक आजाद प्रत्याशी उतारेगा। मंच सीएमडी चौक से लेकर सत्यम चौक तक इस मुद्दे को लेकर जनता की अदालत में उतरने की तैयारी में है।मंच प्रमुख विक्रांत तिवारी ने घोषणा की है कि जल्द ही आजाद मंच नुक्कड़ सभा के माध्यम से इस बेबी फ़्लाईओवर से प्रभावित होने वाली जनता के बीच जाकर इस विषय पर उनका भी मत जानेगा और इस योजना को रोकने हर संभव प्रयास हर लड़ाई लड़ने के लिए वचनबद्ध रहेगा


