बिलासपुर। भारत क्रिकेट की फील्ड में 19 नवंबर को इतिहास रचने जा रहा है। अहमदाबाद में आस्ट्रेलिया के साथ जबरदस्त रोमांचक मुकाबले में भारत की जीत सुनिश्चित करने के लिए सरस्वती शिशु मंदिर तिलकनगर के शिक्षकों ने बच्चों के साथ मिलकर विशेष प्रार्थना की।
दरअसल 18 नवंबर को गिने चुने बच्चे स्कूल पहुंचे थे। लिहाजा पढ़ाई शुरू करने से पहले भारत को क्रिकेट के मामले में विश्वगुरू बनाने के लिए देशभक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रम आयोजित करना समसामयिक और महत्वपूर्ण माना गया।
संस्कार श्रीवास्तव भरत श्रीवास नरेन्द्र दुबे विनीता पांडेय ज्योति साहू शशि थरूर रिचा क्षत्रीय शारदा प्रसाद पांडेय गौरीशंकर मिश्रा अर्चना मजूमदार माधुरी बापते पुष्पलता नामदेव शालिनी श्रीवास्तव सुधा दवे अंजली पाठक ने सरस्वती वंदना के बाद भारत वंदना प्रणवाक्षर मंत्र गायत्री मंत्र का सस्वर पाठ किया। पंडित गौरीशंकर मिश्रा ने चांटीडीह रामायण चौक स्थित मंदिर में भी पूजा कराई। सभी शिक्षक इस जीत को भारत की बढ़ती हुई प्रतिष्ठा और क्रिकेट में अंग्रेजों की बादशाहत को चुनौती के रूप में देख रहे हैं। क्रिकेट ही नहीं एक दिन समाज देशकाल के सभी संभव क्षेत्रों में भारत पूरी दुनिया में आगे होगा। भावना यही है। शिक्षकों ने कहा कि रोहित कोहली का चलेगा बल्ला। धराशाई होगा पैट कमिंस। वार्नर हो या मिशेल मार्श दोनों को कर देंगें आउट। जीतने के लिए भारत ने बना लिया है ले आउट। जीतेगा भारत। कर लो दुनिया मुट्ठी में। जीतेंगे हम। आस्ट्रेलिया तेरा निकाल देंगे दम। जय जय श्री राम! हर हर महादेव! इससे पहले भारत ने 1983 में कपिलदेव, धोनी की कप्तानी में 60 और 50 ओवर वाला विश्वकप जीता है। शिक्षकों का मानना है कि शमी को साथ देने के लिए बुमराह मोहम्मद सिराज कुलदीप यादव रविन्द्र जडेजा को लाइन लेंथ के साथ बालिंग करनी होगी। मिस फिल्डिंग ओवरथ्रो स्लो रन रेट से बचना होगा।


