
प्राचार्य सम्मेलन में मनाया गया हिन्दू साम्राज्य स्थापना दिवस
बिलासपुर। सरस्वती शिशु मंदिर कोनी में प्रदेश के 165 प्राचार्य प्रधानाचार्य के सम्मेलन में सरस्वती शिक्षा संस्थान के अध्यक्ष जुड़ावन ठाकुर ने शिवाजी के जीवन पर प्रेरक प्रबोधन दिया। उन्होंने वीर शिवाजी के संपूर्ण जीवन वृत्तांत को सुनाते हुए कहा कि आज के समय में वीर शिवाजी के जीवन चरित्र का कुछ अंश यदि हम अपने व्यावहारिक जीवन में उतार लें तो देश पूरे विश्व में अपने गुरु होने की प्रतिष्ठा को पुण्य अर्जित कर सकता है।
उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी का जीवन अद्वितीय पराक्रम,रणनीतिक कुशलता,युद्धशास्त्र की मर्मज्ञता,संवेदनशील,न्यायपूर्ण व पक्षपातरहित प्रशासन, प्रखर हिन्दुत्व जैसी कई विशेषताओं से परिपूर्ण रहा। विपरीत परिस्थितियों का सामना करते समय भी अपने ध्येय तथा ईश्वर पर श्रद्धा व विश्वास,माता-पिता एवं गुरुजनों का सम्मान,अपने साथियों के सुख-दुःख में साथ निभाने,समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने के कई उदाहरण उनके जीवन में पाए जाते हैं ।बाल्यकाल से ही अपने व्यक्तित्व से उन्होंने अपने साथियों में स्वराज्य स्थापना हेतु प्राण न्योछावर करने की प्रेरणा जगाई। जो आगे चलकर भारत के अन्यान्य प्रदेशों के देशभक्तों के लिए भी प्रेरणादायक रही। कार्यक्रम में संगठन मंत्री डॉ. देवनारायण साहू विद्या भारती संगठन मंत्री श्रीराम आरावकर सचिव विवेक सक्सेना प्रांतीय सह संगठन मंत्री राजेंद्र गौरीशंकर कटकवार वनवासी विकास के चंद्रकिशोर श्रीवास्तव राम कुमार वर्मा गेंदराम राजपूत संस्कार श्रीवास्तव दीपक सोनी माणिक लाल साहू दिवाकर स्वर्णकार जगन्नाथ नायक आदि मौजूद थे।

