
बिलासपुर।हर साल 29 जुलाई को विश्व स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के रूप में मनाया जाता है जिसका उद्देश्य इस खूबसूरत प्राणी के संरक्षण की ओर दुनिया भर का ध्यान आकर्षित करना है। बाघ खूबसूरत जीव हैं जिन्हें आर्थिक लाभ के लिए मार दिया जाता है और उनका शिकार किया जाता है और फिलहाल दुनिया में 4000 से भी कम बाघ बचे हैं। बाघों की अवैध हत्या के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उन्हें खतरे में पड़ने से रोकने के लिए दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाता है। इस दिन की स्थापना 2010 में की गई थी, जब 13 बाघ रेंज वाले देश Tx2 के निर्माण के लिए एक साथ आए थे, जिसका लक्ष्य जंगली बाघों की संख्या को दोगुना करना था।
बाघों की संख्या में हुई गिरावट को देखते हुए इसे बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
इस उपलक्ष्य पर आज भारत माता आंग्ल माध्यम शाला के इको क्लब के छात्र छात्राओं द्वारा बाघ हमारे प्रकृति के रक्षक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम में शाला के प्राचार्य फादर सलीन ने बाघों के संरक्षण व पारिस्थितिक संतुलन के बारे में बताया। छात्र छात्राओं को बाघों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की गई।टाइगर क्विज का आयोजन किया गया।बाघों को बचाने के लिए किए जा रहे उपायों के बारे में चर्चा की गई। जंगलों के संरक्षण पर ईको क्लब के सदस्यो ने अपनी सहभागिता सुनिश्चित की। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में शाला के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं ने सहयोग प्रदान किया।

