बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के आंगनबाड़ी केन्द्रों में दर्ज बच्चों की पोषण स्तर की जांच के लिए वजन त्यौहार का आयोजन किया गया। आंगनबाड़ी केन्द्रों में वजन त्यौहार का आयोजन 1 सितंबर से 13 सितंबर तक मनाया जाएगा। केंद्र में दर्ज बच्चों के अलावा वजन त्यौहार आयोजन के समय बाहर से आए बच्चे भी वजन लेने से वंचित न रहे यह भी सुनिश्चित करने कहा गया है। वजन त्यौहार के आयोजन की तिथि में आंगनबाड़ी केंद्र शाम 5 बजे तक खुले रहे। जहां 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों की पोषण स्तर की जांच की गई।
वजन त्यौहार पहले नारे ,पोस्टर और दीवार लेखन के जरिये आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने लोगो को जागरुक किया था। इसके तहत अपने बच्चों को आंगनबाड़ी लाने का आग्रह किया गया। जिसके तहत शुक्रवार को जिन केंद्रों में वजन त्यौहार मनाया गया वहां अभिभावक अपने बच्चों को लेकर पहंुचे और वजन कराया। बच्चों के अलावा गर्भवती महिलाओं का भी वजन कराया गया और पोषण स्तर की जानकारी दी गई।
कुपोषण की दर में कमी लाने के लिए बनाई जाएगी कार्ययोजना
वजन त्यौहार 2०12 से मनाया जा रहा है जिसका उददेश्य जन-जन को कुपोषण के प्रति जागरूक करना है। इस दौरान सभी विकासखण्ड़ों में क्लस्टरवार वजन त्यौहार का आयोजन किया जाएगा। जिसके अंतर्गत प्रत्येक गांव, आंगनबाडी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों का वजन और ऊंचाई लेकर उनका पोषण स्तर (बौनापन तथा दुर्बलता) का माप किया जाएगा। साथ ही प्राप्त आंकड़ो के आधार पर कुपोषण की दर में कमी लाने हेतु लक्ष्यों का निर्धारण कर जिला स्तर पर उपयुक्त कार्ययोजना बनाई जाएगी।


