

गौरेला पेण्ड्रा मरवाही। जिले के विकासखंड पेण्ड्रा के ग्राम पंचायत दमदम में गुरुवार को श्रद्धा और भक्ति के साथ तुलसी पूजन का आयोजन किया गया। मातिन दाई मंदिर परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। विश्व हिंदू परिषद ने इस आयोजन के जरिए सामाजिक एकजुटता और अपनी संस्कृति को बचाने का संदेश दिया।
धर्म और संस्कारों को बचाने की अपील..

कार्यक्रम की शुरुआत माता तुलसी और मातिन दाई की पूजा और दीप प्रज्वलित कर की गई। गांव की महिलाओं और पुरुषों ने सामूहिक रूप से तुलसी माता की आरती की। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष हर्ष छाबरिया ने कहा कि समाज में धर्म परिवर्तन का खेल चल रहा है। उन्होंने ग्रामीणों से एकजुट होने की अपील करते हुए भरोसा दिलाया कि धर्मांतरण रोकने के लिए उनका संगठन हर संभव मदद और प्रयास करेगा।
तुलसी सिर्फ पौधा नहीं, भारतीय संस्कृति का आधार..

स्वामी कृष्ण प्रपन्नाचार्य ने तुलसी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि तुलसी केवल एक पौधा नहीं है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और अच्छे संस्कारों की पहचान है। घर-घर में तुलसी की पूजा होने से सकारात्मक ऊर्जा आती है और नई पीढ़ी अपने धर्म और राष्ट्र से जुड़ती है। कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं ने भजन-कीर्तन कर पूरे माहौल को भक्तिमय बना दिया।
इन प्रमुख विषयों पर भी हुई चर्चा..
- नशा मुक्ति के लिए ग्रामीणों को किया गया जागरूक।
- विदेशी सामानों के बजाय स्वदेशी चीजें अपनाने पर जोर दिया गया।
- हिंदू समाज के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया।
- हर घर में तुलसी लगाने और नियमित पूजा करने का संकल्प लिया गया।
ये रहे मौजूद..

कार्यक्रम का संचालन मुकेश जायसवाल ने किया। इस दौरान जिला सह मंत्री निखिल परिहार, ब्रिजेश सोनी, प्रिया त्रिवेदी, अनिता मांझी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। अंत में सभी को प्रसाद बांटा गया और भविष्य में भी ऐसे आयोजन करने की बात कही गई।



