बिलासपुर। पत्रकारों और मीडिया क्षेत्र से जुड़े प्रबुद्धजनों को मानसिक शांति, एकाग्रता और आत्म-संयम की ओर प्रेरित करने के उद्देश्य से बुधवार को बिलासपुर प्रेस क्लब ट्रस्ट भवन में “आनापान ध्यान अभ्यास एवं विपश्यना ध्यान परिचय” विषय पर विशेष सत्र का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन बिलासपुर प्रेस क्लब और विपश्यना ध्यान केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में पत्रकारों ने भाग लिया।

कार्यक्रम का संचालन छत्तीसगढ़ के चार विपश्यना ध्यान केंद्रों के केंद्र आचार्य श्री सीताराम साहू द्वारा किया गया। उन्होंने उपस्थितजनों को विपश्यना ध्यान के प्रथम चरण आनापान का व्यवहारिक अभ्यास कराया और बताया कि विपश्यना कोई धार्मिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि “जीवन जीने की वैज्ञानिक कला” है।
आचार्य साहू ने कहा, “विपश्यना व्यक्ति को क्रोध, मोह, लोभ और ईर्ष्या जैसी नकारात्मक प्रवृत्तियों से मुक्त कर मानसिक, भावनात्मक एवं शारीरिक शुद्धि की ओर ले जाती है। यह ध्यान विधा आत्म-जागरूकता, आत्म-संयम और समता की भावना विकसित करती है, जो किसी भी व्यक्ति को जीवन की जटिल परिस्थितियों में संतुलन बनाए रखने में सक्षम बनाती है।”
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि विपश्यना शिविर देशभर में पूर्णतः निशुल्क आयोजित किए जाते हैं, जिनमें वयस्कों के लिए 10 दिवसीय शिविर, बच्चों (8–15 वर्ष) के लिए बाल आनापान शिविर और युवाओं (15–19 वर्ष) के लिए किशोर विपश्यना शिविर नियमित रूप से आयोजित होते हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित पत्रकारों ने ध्यान अभ्यास में सक्रिय भागीदारी निभाई और अनुभव साझा करते हुए कहा कि वर्तमान समय में मीडिया जगत की तेज रफ्तार, दबाव और मानसिक तनाव के बीच इस प्रकार का ध्यान अभ्यास अत्यंत उपयोगी और आवश्यक है।
इस अवसर पर प्रेस क्लब बिलासपुर के अध्यक्ष दिलीप यादव, उपाध्यक्ष गोपीनाथ डे, सचिव संदीप करिहार, कोषाध्यक्ष लोकेश वाघमारे, सह सचिव रमेश राजपूत, कार्यकारिणी सदस्य कैलाश यादव, वरिष्ठ पत्रकार राजेश दुआ, गणेश विश्वकर्मा, पवन सोनी, जे.पी. अग्रवाल,सत्येंद्र वर्मा, रमा धीमान, भारती यादव, प्रियंका ठाकुर, पंकज गुप्ते, ऊषा सोनी, छवि कश्यप, ज़िया खान, रोशन वैद्य, घनश्याम गंधर्व सहित अनेक पत्रकारगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में प्रेस क्लब पदाधिकारियों ने आचार्य श्री सीताराम साहू का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में भी इस प्रकार के प्रेरणास्पद आयोजनों की निरंतरता बनाए रखने की बात कही। सभी उपस्थितजनों ने इस आयोजन को अत्यंत सार्थक, सकारात्मक और ऊर्जा से भरपूर बताया।

