Uproar over Namaz in University Campus: Cases registered against 8 people including professors under serious sections, accused of hurting religious sentiments..
बिलासपुर। गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय (जीजीवी) के एक एनएसएस कैंप में छात्र-छात्राओं को कथित तौर पर नमाज पढ़वाने के मामले में बड़ा मोड़ आया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए प्रोफेसरों और कैंप के टीम लीडर छात्र सहित आठ लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई लगभग एक महीने चली जांच के बाद एसएसपी के निर्देश पर की गई है, जिसने परिसर में हड़कंप मचा दिया है।
डीएसपी रशमित कौर ने बताया कि 31 मार्च 2025 को यूनिवर्सिटी के एनएसएस कैम्प कोटा क्षेत्र के शिवतराई लगाया गया था। 31 मार्च 2025 की सुबह 7 बजे प्रो.दिलीप झा, डाॅ. मधुलिका सिंह, डाॅ. ज्योति वर्मा, डाॅ. नीरज कुमारी, डाॅ. प्रशांत वैष्णव, डाॅ. सुर्यभान सिंह, डाॅ. बसंत कुमार तथा टीम कोर लीडर छात्र आयुष्मान चैधरी द्वारा 159 छात्र-छात्राओं को नमाज पढवाया गया था। 15 अप्रैल को छात्र छात्राओं ने कोनी थाना में शिकायत की गई थी। इस मामले में एसएसपी रजनेश सिंह के निर्देश पर सिटी कोतवाली सीएसपी अक्षय शबद्र के नेतृत्व में जांच टीम बनाई गई। जांच में स्पष्ट हुआ है कि एनएसएस शिविर में नमाज पढवाकर धार्मिक भावनाओं को आहत पहुचाने वाले प्रो.दिलीप झा, डाॅ. मधुलिका सिंह, डाॅ. ज्योति वर्मा, डाॅ. नीरज कुमारी, डाॅ. प्रशांत वैष्णव, डाॅ. सुर्यभान सिंह, डाॅ. बसंत कुमार तथा टीम कोर लीडर छात्र आयुष्मान चैधरी नमाज पढवाया गया था। इस मामले में आठ के विरूध्द बीएनएस की धारा 196 (ख), 197 (1)(ख)(ग), 299, 302, 190 छ.ग. धर्म स्वातंत्रय अधिनियम की धारा 4 के तहत् अपराध कर पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया।
चूंकि एनएसएस शिविर का आयोजन थाना कोटा क्षेत्र के ग्राम शिवतराई में हुआ था, इसलिए घटना का मूलस्थल कोटा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इसी कारण विवेचना के लिए दर्ज अपराध की मूल डायरी को कोटा थाना, जिला बिलासपुर स्थानांतरित कर दिया गया है।

