Uproar over conversion in Bilaspur: Strong protest, three cases in a week, 4 arrested..
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में धर्मांतरण का मुद्दा लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। बीते एक सप्ताह में तीन बड़े मामले सामने आए हैं, जिसके बाद हिंदू संगठनों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने हस्तक्षेप करते हुए कई आरोपियों को गिरफ्तार किया और छत्तीसगढ़ धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम के तहत कार्रवाई की। इस बीच, एक थानेदार को भी निलंबित किया गया है।
मस्तूरी: प्रार्थना सभा के नाम पर धर्मांतरण का आरोप, चार गिरफ्तार..
मस्तूरी थाना क्षेत्र के ग्राम लावर भोथीडीह में शुक्रवार शाम एक घर में आयोजित प्रार्थना सभा को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ। हिंदू संगठनों का दावा है कि यहां प्रार्थना सभा की आड़ में धर्मांतरण कराया जा रहा था। गो रक्षक दल के जिला प्रमुख पूर्णेंदु कुमार शर्मा ने बताया कि हिंदू समुदाय के लोगों को बुलाकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए बाइबिल दी जा रही थी और मतांतरण के लिए प्रलोभन दिया जा रहा था। संगठन के कार्यकर्ताओं को सूचना मिली तो वे वहां पहुंचे, जहां करीब 20-25 लोग मौजूद थे और भोजन की व्यवस्था थी।
सूचना मिलते ही मस्तूरी पुलिस ने मौके पर छापा मारा और पूछताछ के बाद चार आरोपियों—खोजदास मिरी (मुंगेली), रवि केंवट (खजुरी नवागांव), प्रेमदास मिरी (मुंगेली) और संतोष खूंटे (बिल्हा) को गिरफ्तार कर लिया। इनके खिलाफ छत्तीसगढ़ धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
राजेंद्र नगर: निजी समस्याओं का फायदा उठाकर धर्म परिवर्तन का आरोप..
राजेंद्र नगर इलाके में भी एक प्रार्थना सभा विवादों में आ गई। टिकरापारा निवासी प्रभा तिवारी ने आरोप लगाया कि जियाज डेनियल, आशीर्वाद बघेल और सुहास नामक लोग परेशान हाल हिंदुओं को बुलाकर धर्मांतरण के लिए उकसा रहे थे।
महिला का कहना है कि किसी भी तरह की निजी समस्या झेल रहे लोगों को सांत्वना देने के नाम पर बुलाया जाता था, फिर धीरे-धीरे ईसाई धर्म अपनाने के लिए मानसिक रूप से तैयार किया जाता था। एक-दो बार आने के बाद उन्हें आर्थिक और सामाजिक लाभ का भी प्रलोभन दिया जाता था। गुरुवार को हिंदू संगठनों को इसकी भनक लगी तो वे वहां पहुंच गए और जमकर हंगामा किया। सिविल लाइन पुलिस ने तत्काल हस्तक्षेप किया और तीनों आरोपियों को हिरासत में लिया। मामले की जांच जारी है।
रमतला: तीन साल से चल रहा था धर्मांतरण? टीआई निलंबित
एक सप्ताह पहले कोनी थाना क्षेत्र के रमतला गांव में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया था कि पिछले तीन सालों से गांव में प्रार्थना सभाओं की आड़ में धर्मांतरण कराया जा रहा था। जब संगठन के कार्यकर्ताओं ने विरोध किया, तो मौके पर तनाव बढ़ गया।
इस दौरान तत्कालीन थाना प्रभारी नवीन देवांगन पर हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगा। मामला तूल पकड़ते ही बिलासपुर संभाग के आई जी और बिलासपुर जिले के एसएसपी रजनेश सिंह ने उन्हें निलंबित कर दिया।

