बिलासपुर/ अचानकमार टाइगर रिजर्व अंतर्गत शिवतराई स्थित मीटिंग हॉल में दो दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन दिनांक 16 & 17/08/2024 को किया गया। जिसमे एटीआर के सभी परिक्षेत्रों (कोर/बफर) के समस्त फील्ड स्टाफ एवं अधिकारियों को नए टाइगर कंजरवेशन प्लान तैयार करने के संबंध में ट्रेनिंग दी गई। यह प्रशिक्षण नवेगांव नगजीरा टाइगर रिजर्व (NNTR) महाराष्ट्र से आए विशेषज्ञों द्वारा दिया गया।
विदित हो कि देश के प्रत्येक टाइगर रिजर्व में बाघों सहित विभिन्न वनप्रणियो के संरक्षण के लिए बाघ को केंद्र में रखते हुए एक 10 वर्षीय योजना बनाई जाती है। यह योजना टाइगर रिजर्व के कोर और बफर क्षेत्र के लिए दो भागो में विभक्त रहती है, जिसमे उपरोक्त दोनों क्षेत्रों की वर्तमान स्थिति & एक्सिस्टिंग ग्राउंड रियलिटी के बेस पर भविष्य के प्रबंधन हेतु योजना बनाई जाती है। यह योजना सामान्यतः भारतीय वन सेवा के कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट(C.F) रैंक के अधिकारी द्वारा तैयार की जाती है। देश के सभी टाइगर रिजर्व इसी 10 वर्षीय प्लान के आधार पर संचालित होते है। बता दे कि एटीआर में वर्तमान में टाइगर कंजरवेशन प्लान(2014 – 2024) गतिशील है एवं इसी प्लान के आधार पर समस्त प्रकार कार्य चलायमान है। चूंकि उल्लेखित प्लान की अंतिम तिथि नजदीक है, इसीलिए नए प्लान बनाने की कवायद विभाग द्वारा लगातार की जा रही है। इसी क्रम में एटीआर अंतर्गत क्षेत्रीय अधिकारी/कर्मचारियों का प्रशिक्षण संपन्न हुआ।
उक्त प्रशिक्षण फील्ड डायरेक्टर मनोज पांडे और डिप्टी डायरेक्टर यू आर गणेश के निर्देशन में संपन्न हुआ। इस दौरान कोर & बफर के सहायक संचालक तथा सभी परिक्षेत्र अधिकारीगण उपस्थित रहे।
