बिलासपुर। ट्रांसपोर्ट कारोबार में निवेश और साझेदारी के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी का मामला सामने आने के बाद शिकायतकर्ताओं ने सरकंडा थाने पहुंचकर फिर से शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में पीड़ितों ने बताया कि राजकिशोर नगर निवासी सुबर्नो घोषाल ने लालच देकर उनकी गाड़ियां और दस्तावेज गिरवी रखवाए, और उनसे मोटी रकम ऐंठ ली। इस हाई-प्रोफाइल फ्रॉड में बैंक कर्मचारियों, फाइनेंस एजेंटों और आरटीओ के कुछ लोगों की सांठगांठ होने की आशंका जताई जा रही है।


घोषाल ने अपने जान-पहचान के लोगों को शिकार बनाया। पीड़ितों में प्रमुख रूप से एसईसीएल, बैंक, पावरग्रिड के कर्मचारी, डॉक्टर, इंजीनियर, व्यापारी और वाहन चालक शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक, ठगी की यह रकम करोड़ों रुपये तक पहुंच सकती है और इसमें छत्तीसगढ़ के कई जिलों के साथ-साथ दूसरे राज्यों के निवेशक भी फंसे हैं।
खबर छपते ही पीड़ितों की आई बाढ़, सरकंडा थाने में शिकायत..
इस धोखाधड़ी की तेज खबर.इन वेबसाइट पर प्रकाशित होने के बाद पीड़ितों की संख्या तेजी से बढ़ गई है। रायपुर निवासी अनिंदो मुखर्जी समेत करीब आधा दर्जन पीड़ित मंगलवार को सरकंडा थाने पहुंचे और अपनी शिकायत दर्ज कराई।

शिकायत के बाद पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 174 के तहत गैर संज्ञेय अपराध (एनसीआर) दर्ज किया है।
अनिंदो मुखर्जी को लगाया ₹65 लाख का चूना..
पीड़ित अनिंदो मुखर्जी ने ऑनलाइन और चेक के माध्यम से घोषाल को 65 लाख रुपये देने की शिकायत की है।
वही एक अन्य पीड़ित को पता चला कि जिसे वह जानता तक नहीं था, उसका बैंक गारंटर बना दिया गया है।

एक शिकायतकर्ता ने साझेदारी में तीन ट्रेलर खरीदने के लिए लोन लिया था, लेकिन आरोपी द्वारा बैंक किश्तें नहीं पटाने पर बैंक ने उन्हें जब्त कर लिया।
प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि घोषाल लंबे समय से यह ठगी कर रहा था। वह लोगों की गाड़ियों को गिरवी रखकर बड़ी रकम वसूलता था, लेकिन न तो गाड़ियां वापस कीं और न ही पैसा लौटाया।
पीड़ितों की मांग लेनदेन और संपत्ति की हो जांच..

आरोपी सुबर्नो घोषाल बिलासपुर के राजकिशोर नगर स्थित अपना निवास छोड़कर फरार हो गया है। पीड़ितों ने थाना प्रभारी प्रदीप आर्य से मिलकर आरोपी के लेनदेन और संपत्ति की विस्तृत जांच की मांग की है। पीड़ितों का कहना है कि यह एक गंभीर आर्थिक अपराध है और कुछ पीड़ित तो सीधे कोर्ट का रुख करने की तैयारी में हैं। मामले के प्रकाश में आने के बाद बिलासपुर पुलिस पर अब इस महाठगी के आरोपी को जल्द पकड़ने का दबाव बढ़ गया है।

