पेंड्रा, 14 अगस्त 2025। छत्तीसगढ़ की लोक परंपराओं और सनातन संस्कृति की विरासत को समर्पित पर्व हरछट व्रत का आयोजन आज डाइट कॉलोनी, पेंड्रा में श्रद्धा, भक्ति और पारंपरिक गरिमा के साथ सम्पन्न हुआ। इस विशेष आयोजन का संचालन विश्व हिंदू परिषद एवं मातृशक्ति की स्थानीय इकाई द्वारा किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लेकर व्रत और पूजन की विधियों को पूर्ण श्रद्धा से निभाया।
कार्यक्रम में मातृशक्ति की बहनों ने विधिवत रूप से भगवान बलराम और माता गौरी की पूजा-अर्चना की। व्रतधारी माताओं ने संतान की दीर्घायु, उत्तम स्वास्थ्य और पारिवारिक समृद्धि के लिए आशीर्वाद प्राप्त करने हेतु पूरे विधि-विधान से पूजा की।
पूरे आयोजन के दौरान धार्मिक अनुशासन और लोक परंपराओं का विशेष ध्यान रखा गया, जिससे वातावरण अत्यंत भक्तिमय और शांतिपूर्ण बना रहा।

कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक पूजन विधि से हुई, जिसके पश्चात भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया। श्रद्धालु महिलाओं और उपस्थित जनसमूह ने भक्ति गीतों के माध्यम से वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। अंत में प्रसाद वितरण कर आयोजन को पूर्णता प्रदान की गई।
इस अवसर पर मातृशक्ति जिला संयोजिका प्रिया त्रिवेदी ने उपस्थित सभी महिलाओं, आयोजकों और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि “हरछट व्रत न केवल मातृत्व के गौरव का प्रतीक है, बल्कि यह हमारी सनातन संस्कृति की शक्ति, एकता और आध्यात्मिकता का भी प्रतीक है। माताएं जब अपने बच्चों के लिए व्रत करती हैं, तो वह प्रेम, बलिदान और संस्कृति की गहराइयों को उजागर करता है।”
यह आयोजन न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान था, बल्कि सामाजिक समरसता, पारंपरिक मूल्यों और सांस्कृतिक उत्तराधिकार को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का एक सशक्त माध्यम भी बना।

