By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Notification Show More
Font ResizerAa
  • बिलासपुर
  • छत्तीसगढ़
  • राजनीति
  • अंतरराष्ट्रीय
  • शिक्षा
  • वन विभाग
  • स्वास्थ्य
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • धर्म-कला-संस्कृति
  • व्यापार-उद्योग
  • खेल
  • हाईकोर्ट
  • अन्य
Reading: केंद्रीय बजट पूरी तरह युवाओं,महिलाओं,गरीब और किसानों को समर्पित.. प्रधानमंत्री टोकन में नहीं टोटल में सोचते हैं..आज हम 11लाख करोड़ रुपए इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च कर रहे हैं,2 साल बाद 14 लाख करोड़ करेंगे, फिर बनेगा भारत विकसित होंगे रोजगार ही रोजगार..सोचे अगर अन्य टीको के जैसे कोरोना का टीका भी भारत बाहर से मंगवाता और उसे भारत आने में अन्य टीको की तरह 25 वर्ष लगते तो क्या होता : मनसुख मांडविया..
Share
Font ResizerAa
  • बिलासपुर
  • छत्तीसगढ़
  • राजनीति
  • अंतरराष्ट्रीय
  • शिक्षा
  • वन विभाग
  • स्वास्थ्य
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • धर्म-कला-संस्कृति
  • व्यापार-उद्योग
  • खेल
  • हाईकोर्ट
  • अन्य
Search
  • बिलासपुर
  • छत्तीसगढ़
  • राजनीति
  • अंतरराष्ट्रीय
  • शिक्षा
  • वन विभाग
  • स्वास्थ्य
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • धर्म-कला-संस्कृति
  • व्यापार-उद्योग
  • खेल
  • हाईकोर्ट
  • अन्य
Have an existing account? Sign In
Follow US
> Blog > राजनीति > केंद्रीय बजट पूरी तरह युवाओं,महिलाओं,गरीब और किसानों को समर्पित.. प्रधानमंत्री टोकन में नहीं टोटल में सोचते हैं..आज हम 11लाख करोड़ रुपए इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च कर रहे हैं,2 साल बाद 14 लाख करोड़ करेंगे, फिर बनेगा भारत विकसित होंगे रोजगार ही रोजगार..सोचे अगर अन्य टीको के जैसे कोरोना का टीका भी भारत बाहर से मंगवाता और उसे भारत आने में अन्य टीको की तरह 25 वर्ष लगते तो क्या होता : मनसुख मांडविया..
राजनीति

केंद्रीय बजट पूरी तरह युवाओं,महिलाओं,गरीब और किसानों को समर्पित.. प्रधानमंत्री टोकन में नहीं टोटल में सोचते हैं..आज हम 11लाख करोड़ रुपए इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च कर रहे हैं,2 साल बाद 14 लाख करोड़ करेंगे, फिर बनेगा भारत विकसित होंगे रोजगार ही रोजगार..सोचे अगर अन्य टीको के जैसे कोरोना का टीका भी भारत बाहर से मंगवाता और उसे भारत आने में अन्य टीको की तरह 25 वर्ष लगते तो क्या होता : मनसुख मांडविया..

Jp agrawal
Last updated: 2024/07/27 at 3:10 PM
Jp agrawal Published 27/07/2024
Share
SHARE

रायपुर / केंद्रीय श्रम व रोजगार तथा युवा कार्यक्रम व खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के लगातार तीसरे कार्यकाल के संसद में प्रस्तुत पहले पूर्ण बजट की चर्चा करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरे कार्यकाल का यह पहला पूर्ण बजट विकसित भारत की मोदी की सोच को प्रतिबिम्बित करता है। डॉ. मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कभी टोकन में नहीं, अपितु टोटल में सोचते हैं। केंद्र सरकार के संसद में प्रस्तुत बजट पर राजधानी के बुद्धिजीवियों से संवाद करने पहुँचे डॉ. मांडविया शनिवार को राजधानी में कुशाभाऊ ठाकरे परिसर स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे।

आम आदमी के जीवन में बदलाव लाने के प्रावधान बजट में..

केंद्रीय मंत्री डॉ.मांडविया ने कहा कि आम आदमी के जीवन में बदलाव लाकर कैसे विकसित भारत का लक्ष्य अर्जित किया जा सकता है, यह बजट इस संकल्प का प्रतिबिम्ब है। डॉ. मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने संकल्प व्यक्त किया है कि जब देश अपनी स्वतंत्रता का शताब्दी मना रहा हो तब देश को पूर्ण विकसित बनाना है। पूर्ण विकसित भारत के अपने इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समयबद्ध कार्यक्रम और योजना पर काम करना प्रधानमंत्री मोदी का विजन है। देश में चार वर्गों पर काम करके ही हम विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं और केंद्र सरकार के पिछले अंतरिम बजट में 4 मुख्य समूहों *‘गरीब’, ‘महिलाएं’, ‘युवा’ और ‘अन्नदाता’* पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। डॉ मांडविया ने कहा कि अब केंद्र सरकार के तीसरे कार्यकाल के इस पहले पूर्ण बजट में एक महीना पहले सभी मुख्य फसलों के लिए उच्चतर न्यूनतम समर्थन मूल्यों की घोषणा करके लागत पर कम-से-कम 50 प्रतिशत मार्जिन देने का वादा पूरा किया। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को 5 वर्ष की अवधि के लिए बढ़ा दिया गया है, जिससे 80 करोड़ से अधिक लोगों को लाभ होगा।

शिक्षा, रोजगार,कौशल प्रशिक्षण से भारत बनेगा विकसित..

डॉ. मांडविया ने कहा कि इस वर्ष शिक्षा, रोजगार और कौशल प्रशिक्षण के लिए 1.48 लाख करोड़ रुपए का प्रावधान रखा गया है। इस बजट में सभी के लिए भरपूर अवसर का सृजन करने के लिए 9 प्राथमिकताओं के संबंध में सतत प्रयासों की परिकल्पना की गई है : *कृषि में उत्पादकता और अनुकूलनीयता, रोजगार और कौशल प्रशिक्षण, समावेशी मानव संसाधन विकास और सामाजिक न्याय, विनिर्माण और सेवाएँ, शहरी विकास, ऊर्जा सुरक्षा, अवसंरचन, नवाचार, अनुसंधान व विकास, और, अगली पीढ़ी के सुधार।*

बजट में उत्पादकता बढ़ाने पर भी जोर..

केंद्रीय मंत्री डॉ. मांडविया ने केंद्र सरकार के संसद में प्रस्तुत बजट की प्राथमिकताओं पर विस्तार से प्रकाश ड़ाला और बताया कि हमारी सरकार उत्पादकता बढ़ाने और जलवायु के अऩुकूल किस्मों के विकास पर जोर देने के लिए कृषि अनुसंधान व्यवस्था की व्यापक समीक्षा करेगी। खेती में सुविधा हो और समय के साथ खेती में तकनीकी सुधार आवश्यक होता है। जब भी कोई पैसा किसानी के काम में लगता है वह जब किसान के पास आता है तो देश की इकॉनॉमी पर उसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। किसानों की खेतीबाड़ी के लिए 32 कृषि और बागवानी फसलों की नई 109 उच्च पैदावार वाली और जलवायु अनुकूल किस्में जारी की जाएंगी। अगले दो वर्षों में पूरे देश में 1 करोड़ किसानों को प्राकृतिक कृषि के लिए सहायता दी जाएगी ताकि रासायनिक खाद के दुष्प्रभाव से बचा जा सकेगा। इसके लिए प्रमाण-पत्र और ब्रांडिंग व्यवस्था भी शामिल होगी। इसका कार्यान्वयन वैज्ञानिक संस्थाओं और इच्छुक ग्राम पंचायतों के माध्यम से किया जाएगा। 10 हजार आवश्यकता आधारित जैव-आदान संसाधन केंद्र स्थापित किए जाएंगे। सरसों, मूंगफली, तिल, सोयाबीन और सूरजमुखी जैसी तिलहनों के लिए ‘आत्मनिर्भरता’ प्राप्त करने हेतु एक कार्यनीति बनाई जा रही है। प्रमुख उपभोक्ता केंद्रों के नजदीक बड़े पैमाने पर सब्जी उत्पादन क्लस्टर विकसित किए जाएंगे। डॉ. मांडविया ने कहा कि 6 करोड़ किसानों और उनकी जमीन के ब्यौरे को किसान और जमीन की रजिस्ट्री में दर्ज किया जाएगा। झींगा ब्रूड-स्टॉक्स के लिए न्यूक्लियस ब्रीडिंग केंद्रों का नेटवर्क स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। इस साल कृषि और संबद्ध क्षेत्र के लिए 1.52 लाख करोड़ रुपए का प्रावधान रखा गया है।

केवल रोजगार के लिए ही चलेंगी 3 योजनाएं..

केंद्रीय मंत्री डॉ. मांडविया ने कहा कि केंद्र सरकार प्रधानमंत्री पैकेज के भाग के रूप में ‘रोजगार संबद्ध प्रोत्साहन’ के लिए 3 योजनाओं को लागू करेगी। ये ईपीएफओ (EPFO) में नामांकन तथा पहली बार रोजगार पाने वालों को अभिचिह्नित करने तथा कर्मचारियों और नियोक्ताओं को सहायता प्रदान करने पर आधारित होंगे। इस पैकेज की पहली योजना के तहत सभी औपचारिक क्षेत्रों में कामगारों के रूप में शामिल होने वाले सभी नवनियुक्त व्यक्तियों को एक महीने का वेतन दिया जाएगा। ईपीएफओ में पंजीकृत पहली बार रोजगार पाने वाले कर्मचारियों को एक महीने के वेतन का प्रत्यक्ष लाभ अंतरण तीन किस्तों में किया जाएगा, जो अधिकतम 15 हजार होगा। इस योजना के अंतर्गत पात्रता सीमा 1 लाख का मासिक वेतन होगा। इस योजना से 210 लाख युवाओं के लाभान्वित होने की आशा है। दूसरी योजना में विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार सृजन किया जाएगा। इस योजना में विनिर्माण क्षेत्र में अतिरिक्त रोजगार को प्रोत्साहन दिया जाएगा जो पहली बार रोजगार पाने वालों के रोजगार से जुड़ा है। सीधे कर्मचारी और नियोक्ता दोनों को विनिर्दिष्ट पैमाने पर रोजगार के पहले चार वर्षों में ईपीएफओ में उनके अंशदान के संबंध में प्रोत्साहन दिया जाएगा। इस योजना से पहली बार रोजगार पाने वाले 30 लाख युवाओं और उनके नियोक्ताओं के लाभान्वित होने की आशा है। डॉ. मांडविया ने कहा कि नियोक्ताओं पर केंद्रित इस पैकेज की तीसरी योजना में सभी क्षेत्रों में अतिरिक्त रोजगार को शामिल किया जाएगा। अगले 5 वर्षों में 4 करोड़ युवाओं को रोजगार उपलब्ध होगा और युवा अपना भविष्य सँवारेंगे। डॉ. मांडविया ने कहा कि इसी प्रकार प्रधानमंत्री पैकेज के अंतर्गत चौथी योजना के रूप में राज्य सरकारों और उद्योग के सहयोग से कौशल प्रशिक्षण के लिए केंद्र द्वारा प्रायोजित एक नई योजना की घोषणा की गई है। इसके तहत 5 वर्षों की अवधि में 20 लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। परिणामोन्मुख दृष्टिकोण के साथ हब और स्पोक व्यवस्था में 1,000 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों का उन्नयन किया जाएगा। उद्योग की कौशल संबंधी आवश्यकताओं के अनुरूप पाठ्यक्रम की विषय-वस्तु और फ्रेमवर्क तैयार की जाएंगी और नई उभरती जरूरतों के लिए नए पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। डॉ. मांडविया ने कहा कि सरकार संवर्धित निधि की गारंटी के साथ 7.5 लाख तक के ऋण की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मॉडल कौशल ऋण योजना को संशोधित किया जाएगा। इस उपाय से प्रतिवर्ष 25 हजार छात्रों को सहायता मिलने की आशा है। घरेलू संस्थानों में उच्चतर शिक्षा के लिए 10 लाख तक के ऋण हेतु एक वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इस उद्देश्य के लिए प्रति वर्ष 1 लाख विद्यार्थियों को प्रत्यक्ष रूप से ऋण राशि के 3 प्रतिशत वार्षिक ब्याज छूट के लिए ई-वाउचर दिए जाएंगे।

बजट में सामाजिक न्याय और समावेशी विकास की भावना..

केंद्रीय मंत्री डॉ. मांडविया ने कहा कि समावेशी विकास और समाजिक न्याय आज की आवश्यकता है। इसके लिए प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान पर काम किया जाएगा। जनजातीय समुदायों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार करने के लिए, हम जनजातीय-बहुल गाँवों और आकांक्षी जिलों में सभी जनजातीय परिवारों का पूर्ण कवरेज करते हुए प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान की शुरूआत करेंगे। इसमें 63 हजार गाँव शामिल होंगे जिससे 5 करोड़ जनजातीय लोगों को लाभ मिलेगा। महिला सशक्तीकरण व महिलों के सर्वतोमुखी विकास पर बल देते हुए हमारी सरकार उद्योग के सहयोग से कामकाजी महिला हॉस्टलों और शिशु गृहों की स्थापना करके कामगारों में महिलाओं की अधिक भागीदारी को सुविधाजनक बनाएंगे। इसके अतिरिक्त, इस साझेदारी में महिला विशिष्ट कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करने और महिला स्व-सहायता समूह उद्यमियों के लिए बाजार तक पहुँच को बढ़ावा देने के प्रयास किए जाएंगे। महिला-संचालित विकास को बढ़ावा देने के लिए, इस बजट में महिलाओं और बालिकाओं को लाभ देने वाली योजनाओं हेतु 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक के आबंटन की व्यवस्था की गई है। आधारभूत संरचना के क्षेत्र में अब तक हुए कामों की चर्चा करते हे डॉ. मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट में अवसंरचना निवेश के तहत इस वर्ष, पूंजीगत व्यय के लिए 11,11,111 करोड़ रु. का प्रावधान किया गया है। यह हमारी जीडीपी का 3.4 प्रतिशत होगा। डॉ. मांडविया ने कहा कि जिस भी देश में आधारभूत संरचना को मजबूत करने का काम होता है, वही देश विकसित होता है। इससे निवेश बढ़ता है, इससे परिवहन की लागत कम होती है, नौकरियों में वृद्धि होती है और देश के नागरिकों को मिलने वाली तमाम सुविधाओं में वृद्धि होती है। इससे विकसित देश की कल्पना साकार होगी। इसी तरह इस वर्ष ग्रामीण अवसंरचना सहित ग्रामीण विकास के लिए 2.66 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। केंद्र सरकार बिहार, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, ओड़िशा और आंध्र प्रदेश को शामिल करते हुए देश के पूर्वी क्षेत्र के चहुँमुखी विकास के लिए पूर्वोदय नामक योजना तैयार करेगी। इस योजना में मानव संसाधन विकास, अवसंरचना और आर्थिक अवसरों का सृजन शामिल किया जाएगा, ताकि यह क्षेत्र विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में अग्रणी भूमिका निभाए। अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक गलियारे के संबंध में, गया में औद्योगिक केंद्र के विकास के लिए सहायता प्रदान की जाएगी। इस गलियारे से पूर्वोत्तर क्षेत्र के औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। इस मॉडल से हमारी विकास यात्रा में “विकास भी विरासत भी” प्रतिबिम्बित होगा। इसी प्रकार 26 हजार करोड़ रुपये की लागत से पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे, बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे, बोधगया, राजगीर, वैशाली और दरभंगा सड़क संपर्क परियोजनाओं के विकास और बक्सर में गंगा नदी पर दो लेन वाला एक अतिरिक्त पुल बनाने के लिए सहायता दी जाएगी। डॉ. मांडविया ने बताया कि 21,400 करोड़ रु. की लागत से विद्युत परियोजनाएं आरंभ की जाएंगी जिसमें पिरपैंती में 2400 मेगावाट के एक नए विद्युत संयंत्र की स्थापना करना भी शामिल है।

केंद्रीय मंत्री डॉ. मांडविया ने पीएम आवास योजना की चर्चा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत, देश में ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में तीन करोड़ अतिरिक्त मकानों की घोषणा की गई है, जिसके लिए आवश्यक आबंटन किए जा रहे हैं। 10 करोड़ रुपए के निवेश से शहरी क्षेत्रों में 1 करोड़ आवास बनाए जाएंगे। इससे गरीबों-मजदूरों को स्लम क्षेत्रों में रहने की विवशता से मुक्ति मिलेगी। केंद्रीय मंत्री डॉ. मांडविया ने बज़ट की प्राथमिकताओं पर चर्चा करते हुए पत्रकारों को बताया कि इस बजट में एमएसएमई और विनिर्माण, विशेषकर श्रम-प्रधान विनिर्माण की ओर विशेष ध्यान दिया गया है। एक पैकेज बनाया गया है जिसमें एमएसएमई के लिए वित्तपोषण, विनियामक परिवर्तनों और प्रौद्योगिकी सहायता को शामिल किया गया है। विनिर्माण क्षेत्र में एमएसएमई के लिए ऋण गारंटी योजना के तहत सम्पार्श्विक अथवा तृतीय पक्ष गारंटी के बिना मशीनरी और उपकरण की खरीद के लिए एमएसएमई को आवधिक ऋण की सुविधा देने के लिए एक ऋण गारंटी योजना प्रारंभ की जाएगी। यह योजना ऐसे एमएसएमई के ऋण जोखिमों की पूलिंग के आधार पर संचालित होगी। प्रत्येक आवेदक को 100 करोड़ रुपये तक का गारंटी कवर देने के लिए एक पृथक स्व-वित्त गारंटी निधि बनाई जाएगी, जबकि ऋण की राशि इससे अधिक हो सकती है। ऋण लेने वाले को एक तत्काल गारंटी शुल्क और घटती ऋण शेष-राशि पर वार्षिक गारंटी शुल्क देना होगा। इसी प्रकार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऋण के लिए एमएसएमई के आकलन हेतु बाहरी आकलन के भरोसे रहने के बजाय अपनी इन-हाउस क्षमता का निर्माण बढ़ाई जाएगी। वे एमएसएमई के डिजिटल फुटप्रिंटों के अंकों के आधार पर एक नया ऋण आकलन मॉडल विकसित करने अथवा विकसित करवाने में अग्रणी भूमिका भी निभाएंगे। इसमें बिना किसी औपचारिक लेखांकन प्रणाली वाले एमएसएमई भी कवर होंगे। डॉ. मांडविया ने कहा कि एमएसएमई को उनके संकट की अवधि के दौरान बैंक ऋण जारी रखने की सुविधा के लिए एक नई व्यवस्था लाई जाएगी। सरकार संवर्धित निधि से गारंटी द्वारा ऋण उपलब्धता में सहायता की जाएगी। इसी प्रकार मुद्रा ऋणों की सीमा को उन उद्यमियों के लिए मौजूदा 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख कर दिया जाएगा जिन्होंने ‘तरुण’ श्रेणी के अंतर्गत ऋण लिया है और पहले के ऋणों को सफलतापूर्वक चुका दिया है।

इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, मंत्री रामविचार नेताम,ओपी चौधरी,टंकराम वर्मा, बजट कार्यो के समन्वयक प्रदेश महामंत्री भरत वर्मा,भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी उपस्थित थे।

Jp agrawal

You Might Also Like

नगरीय निकायों में पर्याप्त अमले का अभाव जल्द होगा दूर: अरुण साव

प्रदेश प्रभारी के सामने भिड़े जिलाध्यक्ष-पूर्व विधायक..होटल मेरिएट में संविधान सभा की तैयारी बैठक में हुआ हंगामा, गाली गलौज तक पहुंचा मामला..

राजीव युवा मितान क्लब के माध्यम से हुई शासकीय राशि की बंदरबांट की जांच की मांग, करोड़ों के खर्च का कोई लेखा-जोखा नहीं !

जाति जनगणना: जब सत्ता में थे तो विरोध, आज विपक्ष में तो समर्थन.. कांग्रेस की बदलती जाति..

पहलगाम आतंकी हमले पर रोष: विहिप-अभाविप ने दी मृतकों को श्रद्धांजलि..

TAGGED: बिलासपुर
Jp agrawal 27/07/2024 27/07/2024
Share This Article
Facebook Twitter Email Print
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

मुख्य समाचार

छत्तीसगढ़ में बड़ी सफलता: बीजापुर में 2 टॉप नक्सली कमांडर समेत 4 ढेर, मुठभेड़ जारी; भास्कर जैसे इनामी नक्सली का खात्मा..
छत्तीसगढ़
बीएसएनएल कर्मचारी पर जानलेवा हमला, मोबाइल और पर्स लूटे
क्राइम छत्तीसगढ़
चपले के पास NH-49 पर भीषण सड़क हादसा,
दो बाइक की आमने-सामने टक्कर के बाद कार से भिड़ीं, चार युवक गंभीर रूप से घायल
क्राइम छत्तीसगढ़
विश्व पर्यावरण दिवस पर चक्रवाय धाम में वृक्षारोपण: गुरु घासीदास जी के आदर्शों से प्रेरित आयोजन..
छत्तीसगढ़
कोयला घोटाले की जांच में ईडी की नजर में आए पूर्व विधायक गुलाब कमरो, जल्द हो सकती है पूछताछ..
छत्तीसगढ़
वनकर्मियों पर जानलेवा हमला: डिप्टी रेंजर गंभीर रूप से घायल, मौके से 17 नग सागौन का लठ्ठा और 2 वाहन जब्त
क्राइम छत्तीसगढ़ बिलासपुर वन विभाग
लिफ्ट से लेफ्ट फ्री के उल्लंघन पर होगी यातायात पुलिस की सख्त कार्रवाई
छत्तीसगढ़
जांजगीर एसपी ने किया पुलिस विभाग में फेरबदल, देखे लिस्ट
छत्तीसगढ़
वृंदावन हॉल रायपुर में पुरुषोत्तम ठेठवार की दो पुस्तकों का विमोचन..’छंद रतन’ सम्मान से नवाजे गए..
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में आज से बारिश और तूफान की गतिविधि बढ़ने की संभावना, जानें IMD का अलर्ट..
छत्तीसगढ़
© Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?