बिलासपुर में कांग्रेस के पूर्व मंत्री और विधायक उमेश पटेल ने एआईसीसी चीफ मल्लिकार्जुन खरगे के आगामी छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने ‘जवान किसान संविधान’ कार्यक्रम की तैयारियों पर चर्चा की और नेताओं को जिम्मेदारियां सौंपी। पटेल ने मीडिया से बातचीत में भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला।

शनिवार को बिलासपुर पहुंचे उमेश पटेल ने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मौजूदगी में ‘जवान किसान संविधान’ सभा का आयोजन करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में जवान बेरोजगारी से त्रस्त हैं और किसान खाद बीज के लिए परेशान हैं। पटेल ने यह भी कहा कि भाजपा ईडी सीबीआई जैसी स्वतंत्र एजेंसियों के अधिकारों को समाप्त कर रही है जो लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
पेड़ कटाई के मुद्दे पर कांग्रेस लगातार मुखर है। उमेश पटेल ने तमनार में दादागिरी से हो रही पेड़ कटाई का मुद्दा उठाते हुए कहा कि कांग्रेस के सभी नेता इस मामले को पुरजोर तरीके से उठा रहे हैं। उन्होंने जोर दिया कि छत्तीसगढ़ को बचाने के लिए इस अवैध कटाई को रोकना बेहद जरूरी है।
पटेल ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा का हमेशा यही रहा है कि वह खुद कुछ नहीं करती और काम होने पर कांग्रेस पर आरोप लगाती है। उन्होंने दावा किया कि लगभग दो साल हो गए हैं सड़कें गड्ढों से भरी हैं और सरकार में इच्छाशक्ति की कमी है। उनके अनुसार पूरे प्रदेश में कोई काम नहीं हो रहा है।
पटेल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि केवल रायगढ़ विधानसभा में काम हो रहा है जबकि सत्ता के सारे विधायक असंतुष्ट हैं। उन्होंने गुटबाजी का सवाल सरकार के लोगों से भी पूछे जाने की बात कही। शराब घोटाले पर बोलते हुए उमेश पटेल ने कहा कि कवासी लखमा को फंसाने का काम किया जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ईडी के जरिए यह सब कर रही है क्योंकि वे बस्तर को लूटना चाहते हैं। पटेल ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति इस काम को रोकने में खड़ा होता तो वह लखमा हैं इसलिए भाजपा ने उन्हें हटाने का काम किया है।

