The audacity of thieves, theft in Shani Sai Dham temple, thieves burnt the clothes of Goddess Maa, fled with jewelry and donation box !

बिलासपुर। शहर में चोरों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि अब उन्हें देवी और देवता तक का खौफ नहीं रहा। शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात राजकिशोर नगर स्थित प्रसिद्ध श्री शनि साई धाम मंदिर में घुसे चोरों ने माँ भवतारिणी काली मंदिर के गर्भगृह तक को नहीं बख्शा। वे दीवार फांदकर मंदिर में घुसे, भूतल के शटर का ताला काटा और देवी माँ के वस्त्र जलाने के बाद उनके जेवरात उतार लिए। यही नहीं, दानपेटी भी उखाड़कर ले गए, जिसे बाद में मोहल्ले की एक गली से बरामद किया गया।
“CCTV में कैद हुई वारदात – चेहरे खुले, पुलिस के हाथ खाली!”
चोरी की पूरी वारदात मंदिर में लगे CCTV कैमरों में कैद हो गई। रात 1 से 3.30 बजे के बीच, जब बारिश हो रही थी और बिजली गुल थी, उसी दौरान दो चोर इत्मिनान से मंदिर में घुसे और चोरी की घटना को अंजाम दिया। हैरानी की बात यह है कि दोनों चोरों ने अपने चेहरे तक नहीं ढंके, जिससे साफ पता चलता है कि वे पुलिस को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं।
“मंदिर खुला तो टूटा ताला, अस्त-व्यस्त प्रतिमा और खाली दानपेटी देख भक्त हैरान!”
शनिवार सुबह जब दर्शन के लिए मंदिर के पट खोले गए, तो श्रद्धालु अंदर का हाल देखकर सन्न रह गए। मंदिर का शटर टूटा पड़ा था, देवी प्रतिमा अस्त-व्यस्त थी, वस्त्र जले हुए थे और दानपेटी गायब थी। सूचना मिलते ही मंदिर प्रबंधन ने पुलिस को बुलाया। जांच के दौरान पुलिस को विद्युत कंपनी के सब-स्टेशन के सामने एक गली में दानपेटी पड़ी मिली।
“पुलिस हाथ-पैर मार रही, लेकिन चोर अब भी फरार!”
इस दुस्साहसी वारदात से मंदिर समिति और भक्तों में भारी आक्रोश है। पुलिस CCTV फुटेज के आधार पर चोरों की पहचान में जुटी है, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं लगा है। लोगों का कहना है कि अगर चोर जल्द पकड़े नहीं गए, तो धार्मिक स्थलों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा हो जाएगा। आखिर मंदिर भी अब सुरक्षित नहीं हैं, तो शहर में पुलिस की मौजूदगी का क्या मतलब?
अब देखना होगा कि पुलिस इन बेखौफ चोरों को कब तक पकड़ पाती है, या फिर यह मामला भी ठंडे बस्ते में चला जाएगा!

					