Surprise inspection of State Mental Hospital, instructions to improve facilities..
बिलासपुर, 01 अप्रैल 2025। प्रदेश के एकमात्र मानसिक चिकित्सालय सेंदरी का मंगलवार को आयुक्त सह संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. प्रियंका शुक्ला ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने चिकित्सालय में उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया और व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय को एक मॉडल संस्थान के रूप में विकसित किया जाएगा और इसके लिए क्वालिटी एश्योरेंस पैरामीटर के सभी मानकों का कड़ाई से पालन किया जाना अनिवार्य होगा।
निरीक्षण के दौरान डॉ. शुक्ला ने चिकित्सालय परिसर में प्रवेश द्वार के निर्माण, सूचक बोर्ड की स्थापना और पूरे भवन के रंग-रोगन को लेकर लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया। उन्होंने मरीजों के देखभाल में किसी भी तरह की लापरवाही न हो, इसके लिए वार्डों में ड्यूटी रोस्टर को सुव्यवस्थित करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि पर्याप्त संख्या में नर्सिंग स्टाफ और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कार्यरत हैं, लेकिन उनकी ड्यूटी को व्यवस्थित तरीके से तय करना आवश्यक है ताकि मरीजों को बेहतर सुविधा मिल सके।
चिकित्सालय में क्लिनिकल प्रशिक्षण के लिए आने वाले नर्सिंग छात्र-छात्राओं को तीन पालियों में कार्य करने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही, मरीजों को अनावश्यक रूप से अस्पताल से बाहर जांच के लिए भेजने की समस्या को हल करने के लिए चिकित्सालय परिसर में ही सभी आवश्यक जांच सुविधाएं सुनिश्चित करने का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश अस्पताल अधीक्षक को दिए गए।
निरीक्षण के दौरान डॉक्टर शुक्ला ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि अस्पताल में आने वाले मरीजों के साथ संवेदनशील व्यवहार किया जाए। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश का एकमात्र मानसिक चिकित्सालय है, जहां राज्यभर से लोग इलाज की उम्मीद लेकर आते हैं। इसलिए चिकित्सा कर्मियों को मरीजों की देखभाल में पूरी संवेदनशीलता और सहानुभूति बरतनी चाहिए।
इस अवसर पर राज्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. कमलेश जैन, संभागीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. सुरेश कुमार तिवारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रमोद तिवारी, अस्पताल अधीक्षक डॉ. प्रभु चौधरी और लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

