प्रतिबंधित माओवादी संगठन को फंड सप्लाई! NIA ने चार और आरोपियों पर चार्जशीट दाखिल की..

रायपुर / बिलासपुर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने छत्तीसगढ़ में प्रतिबंधित संगठन भाकपा (माओवादी) की आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने से जुड़े एक मामले में चार और आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। NIA की जांच में सामने आया है कि इन आरोपियों में सुनीता पोताम, शंकर मुचकी और दशरथ उर्फ दासरु मोदियाम शामिल हैं, जो मूलवासी बचाओ मंच (MBM) के सदस्य थे। इस संगठन को पिछले साल अक्टूबर में छत्तीसगढ़ सरकार ने माओवादियों का अग्रिम मोर्चा मानते हुए प्रतिबंधित कर दिया था। ये सभी आरोपी भाकपा (माओवादी) के लिए फंड जुटाने, रखने और वितरित करने जैसी गतिविधियों में शामिल थे, जिसका उपयोग राज्य में विकास कार्यों के खिलाफ प्रदर्शन और चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने के लिए होता था।

फरार ‘कैडर’ सहित सात पर आरोप पत्र दाखिल..

NIA के अनुसार, चार्जशीट में शामिल चौथा आरोपी मल्लेश कुंजाम भाकपा (माओवादी) का सशस्त्र कैडर है और अभी भी फरार है। अब तक इस मामले में कुल छह आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और फरार मल्लेश कुंजाम समेत कुल सात के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है।

MBM के जरिए होती थी फंड की सप्लाई..

NIA की जांच में खुलासा हुआ है कि इन अवैध फंडों को MBM जैसे अग्रिम संगठनों के जरिए आगे बढ़ाया जाता था। बीजापुर पुलिस ने नवंबर 2023 में इस मामले में शुरुआत में गजेंद्र मदवी और लक्ष्मण कुंजाम नाम के दो आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। मई 2023 में पुलिस ने इन दोनों से 6 लाख रुपये नकद बरामद किए थे।

जांच में पता चला था कि गजेंद्र और लक्ष्मण, दोनों MBM के ओवरग्राउंड सदस्य थे और माओवादी नेताओं के कहने पर यह रकम अलग-अलग बैंक खातों में जमा कराने जा रहे थे।

NIA ने अगस्त 2025 में पहली सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की थी..

यह मामला फरवरी 2024 में NIA को सौंपा गया था। एजेंसी ने अगस्त 2025 में पहली पूरक चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें पहले गिरफ्तार किए गए गजेंद्र और लक्ष्मण के खिलाफ नए आरोप लगाए गए थे। इसके साथ ही, रघु मिडियामी नामक एक अन्य आरोपी को भी चार्जशीट में शामिल किया गया था। NIA ने बताया कि मामला अभी भी जांच के अधीन है और आगे और खुलासे होने की संभावना है।