Successful rescue of tigress in Chirmiri, safe transfer to Achanakmar Tiger Reserve.. watch video..
रायपुर । कोरिया वनमंडल के चिरमिरी परिक्षेत्र में पिछले कई दिनों से विचरण कर रही बाघिन को वन विभाग की टीम ने सफलतापूर्वक ट्रैंक्विलाइज कर अचानकमार टाइगर रिजर्व में छोड़ा।
बाघिन की लगातार उपस्थिति से स्थानीय निवासियों में भय का माहौल था, क्योंकि उसने रिहायशी इलाकों में प्रवेश कर मवेशियों का शिकार किया था।
16 दिसंबर 2024 को प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीवन एवं जैव विविधता संरक्षण) सह मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक, छत्तीसगढ़ सुधीर कुमार अग्रवाल ने बाघिन को ट्रैंक्विलाइज कर पकड़ने और अचानकमार टाइगर रिजर्व में छोड़ने की अनुमति प्रदान की।
रेस्क्यू अभियान का नेतृत्व सरगुजा के मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीवन) ने किया, जिसमें वन विभाग, वन्यजीव चिकित्सा अधिकारियों और विशेषज्ञों की टीम शामिल थी।
बाघिन को ट्रैंक्विलाइज करने के बाद, उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और स्वस्थ पाए जाने पर उसे रेडियो कॉलर लगाकर अचानकमार टाइगर रिजर्व में छोड़ा गया।
बाघिन की निगरानी और सुरक्षा के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है, जो आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में रेडियो कॉलर के माध्यम से उसकी गतिविधियों पर नजर रखेंगी।
निगरानी के लिए कोटा में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जो 24 घंटे सक्रिय रहेगा।
अचानकमार टाइगर रिजर्व, जो 553.286 वर्ग किलोमीटर में फैला है, बाघों के प्राकृतिक आवास के लिए उपयुक्त स्थान है।
इससे पहले भी, 2023 में सूरजपुर वनमंडल से एक बाघिन को रेस्क्यू कर रेडियो कॉलर लगाकर अचानकमार टाइगर रिजर्व में छोड़ा गया था, जिसकी सतत निगरानी की गई थी।
वन विभाग के इस सफल अभियान से स्थानीय निवासियों ने राहत की सांस ली है,
सुधीर अग्रवाल पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ छ.ग.
बहुत ही शानदार,बेहतरीन टीम,
वास्तव में छत्तीसगढ़ वन विभाग ने
अभूतपूर्व समन्वय और टीम वर्क का परिचय दिया है।
हर दिन निखरते हुए,
विभाग को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं।
आप पूरी टीम को धन्यवाद और ढेर सारी बधाई देता हु..
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