Student dies of food poisoning in Bijapur Ashram, 35 children fall ill, 12 in critical condition..
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के धनौरा स्थित माता रुक्मिणी आश्रम में फूड पॉइजनिंग का गंभीर मामला सामने आया है। आश्रम में रविवार रात पनीर की सब्जी और पूड़ी खाने के बाद तीसरी कक्षा की छात्रा शालिनी तेलम की मौत हो गई, जबकि 35 अन्य बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। इनमें से 12 बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
खाना खाने के बाद बिगड़ी तबीयत..
रविवार रात को आश्रम में बच्चों ने पनीर की सब्जी और पूड़ी खाई थी। इसके बाद बच्चों को उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगी। सबसे पहले 27 बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान शालिनी तेलम ने दम तोड़ दिया। अन्य बच्चों का इलाज बीजापुर के मातृ एवं शिशु अस्पताल में चल रहा है।
लापरवाही पर उठे सवाल..
घटना के बाद परिजनों ने आश्रम प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि आश्रम में लाए गए खाद्य पदार्थों की क्वालिटी की नियमित जांच नहीं होती। पनीर कहां से लाया गया था, उसकी गुणवत्ता कैसी थी, यह जांच का विषय है।
सियासत गरमाई..
इस घटना के बाद जिले में सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस ने इसे भाजपा सरकार की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था करार दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने 7 सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है, जिसमें विधायक विक्रम मंडावी संयोजक हैं। यह टीम आश्रम पहुंचकर घटना की विस्तृत जांच करेगी।
प्रशासन ने भी बनाई टीम..
इधर, मामला बिगड़ता देख प्रशासन ने भी जांच कमेटी बनाई है। जिसमें बीजापुर SDM जागेश्वर कौशल की अध्यक्षता में CMHO डॉक्टर बीआर पुजारी, AC आनंदजी सिंह, DEO लखन लाल धनेलिया और खाद्य अधिकारी टीम में शामिल हैं। ये अपनी जांच रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपेंगे।

