Ration not available in Lavar for two months, anger among villagers..No action taken even after complaint, now preparations to meet food minister..
बिलासपुर। मस्तूरी विकासखंड के ग्राम पंचायत लावर में उचित मूल्य दुकान संचालक की मनमानी से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। बीते कई महीनों से लगातार शिकायतों के बावजूद अब तक न तो कोई ठोस कार्रवाई हुई और न ही ग्रामीणों को फरवरी और मार्च माह का राशन मिला। इस अनदेखी से ग्रामीणों का प्रशासन पर से भरोसा उठने लगा है।
ग्रामीणों के अनुसार गांव में करीब 1200 राशन कार्डधारी हैं, लेकिन दो माह से किसी को भी खाद्यान्न नहीं मिला है। शिकायतें पहले मस्तूरी एसडीएम कार्यालय, फिर बिलासपुर कलेक्टर, फूड इंस्पेक्टर और तहसीलदार तक पहुंची, पर हर जगह सिर्फ आश्वासन ही मिला।
सरपंच चंदन कैवर्त के नेतृत्व में अब ग्रामीणों ने सीधे खाद्य मंत्री से मिलने का फैसला किया है। ग्रामीणों का आरोप है कि नमक, शक्कर और चावल जैसे जरूरी खाद्यान्न में भी भ्रष्टाचार हो रहा है और उपभोक्ताओं को उनके अधिकार का राशन नहीं दिया जा रहा। सार्वजनिक वितरण प्रणाली की योजनाएं गांव में निष्प्रभावी हो चुकी हैं।
ग्रामीण महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने कई बार मस्तूरी एसडीएम कार्यालय जाकर गुहार लगाई, लेकिन कोई कार्रवाई न होने से वे अब निराश हैं।
इस संबंध में नायब तहसीलदार जयंती देवांगन ने बताया कि “मेरे पास ग्रामीण शिकायत लेकर आए थे, जिसे मैंने खाद्य विभाग को भेज दिया है। अब कार्रवाई की जानकारी फूड इंस्पेक्टर दे सकते हैं।”
मस्तूरी क्षेत्र के कई गांवों से राशन दुकानों की शिकायतें मिली हैं। लावर की भी जांच दो-चार दिन में की जाएगी। मेरे संज्ञान में मामला है और शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।
आशीष दीवान
फूड इंस्पेक्टर मस्तूरी

