Ratanpur police arrested uncle and nephew who raped and threatened a minor, after a year the victim showed courage..
रतनपुर। एक नाबालिग बालिका को डरा-धमकाकर उसके साथ दुष्कर्म करने और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी देने के गंभीर मामले में रतनपुर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में एक पीड़िता का परिचित है और दूसरा उसका सगा मामा है। घटना के लगभग एक साल बाद पीड़िता द्वारा हिम्मत दिखाकर रिपोर्ट दर्ज कराए जाने पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को उनके गृह ग्राम अमेरी से धर दबोचा।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिनाँक 25 मार्च 2025 को पीड़िता ने स्वयं थाना रतनपुर पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि ग्राम अमेरी निवासी राजेश्वर बघेल और उसका मामा सोनराज बंजारे उर्फ सोनू, दोनों मार्च 2024 में उसके घर आए थे। आरोप है कि दोनों ने उसे डराया-धमकाया और राजेश्वर बघेल जबरन उसे अपने साथ रतनपुर ले गया। वहां खंडोबा मंदिर के पास एक सुनसान जगह पर ले जाकर उसने बलपूर्वक बालिका के साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता के अनुसार, आरोपियों ने घटना के बारे में किसी को भी बताने पर उसे जान से मारने की धमकी दी थी, जिससे वह भयभीत थी। पीड़िता ने यह भी बताया कि जब आरोपियों को उसके नए घर का पता चला, तो वे वहां भी आकर उसे और उसके परिवार वालों को धमकाने लगे।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, विशेषकर बालिका संबंधी अपराध होने के कारण, थाना प्रभारी रतनपुर निरीक्षक नरेश चौहान ने तत्काल घटना की सूचना पुलिस के उच्च अधिकारियों को दी। उच्च अधिकारियों से प्राप्त दिशा-निर्देशों के आधार पर आरोपियों की धरपकड़ हेतु एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया। टीम ने तत्परता दिखाते हुए आरोपियों के ठिकाने ग्राम अमेरी (थाना सकरी) में घेराबंदी की और दोनों को अभिरक्षा में लेकर थाने ले आई। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में दोनों आरोपियों, सोनराज बंजारे उर्फ सोनू (31 वर्ष) पिता श्रीराम बंजारे, निवासी अमेरी, और राजेश्वर बघेल (19 वर्ष) पिता हेमंत बघेल, निवासी झलरी चचेड़ी (जिला मुंगेली), ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। जुर्म स्वीकारोक्ति के पश्चात पुलिस ने दोनों आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेज दिया गया है।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक नरेश चौहान के नेतृत्व में उपनिरीक्षक कमलेश बंजारे, आरक्षक बिजेन्द्र रात्रे, नरेश पोर्ते तथा महिला आरक्षक स्वाती बंजारे का विशेष योगदान रहा।

