Ranger suspended in Katghora forest division, why are officers getting protection in Bilaspur, a small cub is a…
रायपुर, 12 नवंबर । छत्तीसगढ़ के कटघोरा वनमंडल में एतमानार परिक्षेत्र के रेंजर देवदत्त खाण्डे को विभागीय कार्यों में लापरवाही बरतने के कारण प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। खाण्डे पर आरोप है कि उन्होंने अपने क्षेत्र में पी.ओ.आर. प्रकरणों की जांच और वन अपराध तथा वन्यजीवों के अवैध शिकार की रोकथाम में गंभीर लापरवाही और उदासीनता दिखाई, जिसके कारण उन्हें छ.ग सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के तहत अनुशासनिक कार्यवाही की।
वन विभाग द्वारा यह कार्रवाई कटघोरा वनमंडल के वनमंडलाधिकारी की जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई है। रिपोर्ट में यह सामने आया कि खाण्डे ने अपने कार्यक्षेत्र में बिना कार्य किए प्रमाणक प्रस्तुत किए और वन्यजीवों की सुरक्षा के प्रति जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं किया। इसके अलावा, उन्होंने विभागीय निर्देशों की अनदेखी की और अपने अधीनस्थों द्वारा लम्बित प्रमाणक प्रस्तुत नहीं करने के मामले में भी निष्क्रियता दिखाई। इस लापरवाही के चलते निलंबन की अनुशासनात्मक कार्रवाई छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियमों के तहत की गई है।
बिलासपुर में हाथी शावक की मौत पर कार्रवाई नहीं निर्दोष का फसाया..
दूसरी ओर, बिलासपुर जिले के तखतपुर क्षेत्र में हाल ही में एक हाथी शावक की मौत की घटना ने वन विभाग की कार्यप्रणाली घेरे में ले लिया हैं। इस घटना से बिलासपुर मंडल में बेजुबान जानवरों की सुरक्षा पर सवाल उठ गए। तखतपुर में शावक की मौत को अभी तक कोई ठोस जांच या कार्रवाई लापरवाही करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर नहीं की गई है।
कटघोरा और बिलासपुर में वन विभाग की लापरवाही..
कटघोरा वनमंडल में रेंजर देवदत्त खाण्डे के निलंबन के बाद वन विभाग ने एक कदम तो उठाया है, लेकिन बिलासपुर में हाथी शावक की मौत जैसी गंभीर घटना पर अब तक विभागीय मौन और निष्क्रियता प्रशासनिक अनदेखी का को प्रमाण देती है। वन्यजीव संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर दोनों ही मामलों में विभाग की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। एक ओर, कटघोरा में अधिकारी की अनुशासनहीनता पर कार्रवाई हुई है, तो दूसरी ओर, बिलासपुर में हाथी शावक की मौत जैसी घटना पर चुप्पी और कार्रवाई का अभाव विभागीय तत्परता पर सवाल खड़े करता है।
क्या कारण हैं कि बिलासपुर वन मंडल में लापरवाही करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर तत्काल कार्यवाही करने में वन विभाग के उच्च अधिकारियों हाथ पांव फूल रहे हैं ?

