

रायपुर। छत्तीसगढ़ में पुलिस की कथित बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के विरोध में क्षत्रिय समाज कल 7 दिसंबर को एक बड़ा सामाजिक आंदोलन करने जा रहा है। क्षत्रिय करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र तोमर उर्फ रूबी तोमर की गिरफ्तारी और उनके परिवार पर हुए दुर्व्यवहार को लेकर राजपूत समाज एकजुट हो गया है। समाज ने रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में क्षत्रिय स्वाभिमान न्याय महापंचायत का आह्वान किया है। इस महापंचायत में प्रदेश के 19 राजपूत/क्षत्रिय संगठन शामिल होंगे। इस आंदोलन का मुख्य केंद्र पुलिस पर लगे अश्लील हरकतों’ के गंभीर आरोप हैं, जिसे करणी सेना नारी अस्मिता और स्वाभिमान की लड़ाई बता रही है।पुलिस ने रौंदा स्वाभिमान और नारी गरिमा..
पुलिस ने रौंदा स्वाभिमान और नारी गरिमा..
करणी सेना ने इस पूरे मामले को वीरेंद्र सिंह तोमर के व्यक्तिगत अपराधों से अलग रखा है। करणी सेना प्रमुख ने साफ कहा है कि उनका यह विरोध तोमर के कथित अपराधों के लिए नहीं है, बल्कि पुलिस द्वारा की गई बर्बरता के खिलाफ है। करणी सेना का दावा है कि गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने तोमर को कैदियों की तरह सार्वजनिक रूप से जुलूस निकालकर बीच सड़क पर पैरों से रौंदा, जो स्वाभिमान को कुचलने जैसा है। सबसे गंभीर आरोप यह है कि पुलिस कस्टडी में थाना प्रभारी योगेश कश्यप के द्वारा तोमर की पत्नी के साथ मारपीट की गई और उनके छोटे भाई की पत्नी के साथ अश्लील हरकतें की गईं। करणी सेना का कहना है कि यह सीधा-सीधा नारी गरिमा और अस्मिता पर हमला है, जिसके खिलाफ वे न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं। समाज की मांग है कि कानून अपना काम संविधान के दायरे में करे, लेकिन पुलिस को किसी भी नागरिक या उसके परिवार के साथ अमानवीय व्यवहार करने का अधिकार नहीं है।
क्या है पूरा मामला..
यह विवाद करणी सेना छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह तोमर की गिरफ्तारी से शुरू हुआ, जिन पर पुलिस सूदखोरी और जबरन वसूली का धंधा चलाने का दावा करती है। इन आरोपों से नाराज होकर राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने 10 नवंबर 2025 को फेसबुक लाइव में पुलिस को घेरा था और कहा था कि अन्याय होने पर करणी सेना को मजबूत जवाब देने का अधिकार है और वे पुलिसकर्मियों के घरों तक भी जाएंगे। पुलिस ने शेखावत के इस बयान को गंभीर मानते हुए धमकी देने और भड़काऊ टिप्पणी करने का मामला दर्ज किया था। एफआईआर में बीएनएस की 224, 296 और 351 जैसी धाराएं लगाई गई थी।
कल महापंचायत..
महापंचायत का उद्देश्य प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर क्षत्रिय समाज में जागरूकता और एकता लाना है ताकि भविष्य में समाज के लोग सुरक्षित महसूस कर सकें। इस महापंचायत में देश भर से करणी सेना प्रमुखों और बड़ी संख्या में राजपूत/क्षत्रिय समाज के लोगों के जुटने की उम्मीद है। पुलिस और प्रशासन का कहना है कि तोमर के खिलाफ पहले भी कई शिकायतें थीं और गिरफ्तारी कानूनी प्रावधानों के तहत हुई। अब छत्तीसगढ़ के गृह विभाग की निगाहें इस आंदोलन पर टिकी हैं, क्योंकि यदि महापंचायत शांति से निपटती है तो करणी सेना का पक्ष मजबूत होगा,



