Questions raised on Apollo Hospital management, ignoring local vocal and disregarding plans..

बिलासपुर। बिलासपुर में स्थापित अपोलो हॉस्पिटल, जो देश-विदेश में अपनी चिकित्सा सेवाओं के लिए विख्यात है, पर स्थानीय स्तर पर उपेक्षा और सरकारी योजनाओं की अनदेखी के गंभीर आरोप लग रहे हैं। यह आरोप भाजपा के पूर्व एल्डरमैन मनीष अग्रवाल ने लगाते हुए कहा कि अपोलो प्रबंधन ने “लोकल फॉर वोकल” के सिद्धांत को पूरी तरह नजरअंदाज किया है।
मनीष अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के प्रतिभाशाली और योग्य स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देने की बजाय, बाहरी राज्यों के कर्मचारियों और अधिकारियों को अवसर दिए जा रहे हैं। यह न केवल क्षेत्रीय विकास में बाधा उत्पन्न करता है, बल्कि स्थानीय लोगों की आकांक्षाओं पर भी कुठाराघात है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अपोलो हॉस्पिटल आयुष्मान योजना जैसी केंद्र सरकार की प्रमुख स्वास्थ्य योजना को लागू नहीं कर रहा है, जिससे गरीब और मध्यम वर्ग के लोग बेहतर इलाज से वंचित हो रहे हैं। अग्रवाल ने कहा कि अस्पताल में इलाज के दौरान मरीजों को महंगी दवाओं और उपकरणों के लिए मजबूर किया जाता है, जो आम जनता के लिए आर्थिक रूप से भारी पड़ता है।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि अपोलो हॉस्पिटल प्रबंधन की लापरवाही के कारण भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मेयर स्वर्गीय अशोक पिंगले का निधन हो गया था। इसके बाद जनता में गहरा आक्रोश देखने को मिला था।
अग्रवाल ने सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से इस मामले को प्रधानमंत्री कार्यालय, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और राज्यपाल तक पहुंचाने की बात कही है।
उन्होंने अपोलो प्रबंधन से आग्रह किया कि वह स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दें और सरकारी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करें ताकि समाज के हर वर्ग को इसका लाभ मिल सके।

